पति की दीर्घायु के लिए सुहागिन रखती हैं हरतालिका तीज का व्रत, जानें इस दिन क्या करें और क्या ना करें

By: Ankur Thu, 09 Sept 2021 08:06:41

पति की दीर्घायु के लिए सुहागिन रखती हैं हरतालिका तीज का व्रत, जानें इस दिन क्या करें और क्या ना करें

शिव-पार्वती को समर्पित हरतालिका तीज का व्रत हर साल भाद्रपद मास के शुक्‍ल पक्ष की तृतीया को रखा जाता हैं जो कि आज 9 सितंबर, गुरुवार को पड़ रहा हैं। सुहागिन महिलाएं अपने सुखी दांपत्य जीवन के लिए और कुंवारी कन्याएं अच्छा वर पाने के लिए यह व्रत रखती हैं। इस व्रत को पति की दीर्घायु के लिए भी रखा जाता हैं। ऐसे में जरूरी नियमों की पालना भी की जाती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको हरतालिका तीज का व्रत रखने के नियमों की जानकारी देने जा रहे हैं कि इस दिन क्या करें और क्या नहीं।

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जरूर करें ये काम

- हरतालिका तीज में पूजा की शुरुआत सबसे पहले गणेशजी से करनी चाहिए। मान्‍यता है कि ऐसा करने से आपकी पूजा बिना किसी बाधा के संपन्‍न होती है और व्रत भी पूर्ण होता है।

- हरतालिका तीज का व्रत करने वाली महिलाओं को इस दिन व्रत कथा जरूर सुननी चाहिए। व्रत कथा सुने बिना हरतालिका तीज का व्रत अधूरा माना जाता है।

- इस दिन महिलाओं को एक साथ बैठकर माता के भजन कीर्तन करने चाहिए। ऐसा करने से पूरा माहौल भक्तिमय बन जाता है और साथ ही ईश्‍वर का आशीर्वाद भी मिलता है।

- मान्‍यताओं के अनुसार इस दिन व्रत करने वाली महिलाओं को घर के पूजा स्‍थल में दिन भर एक दीपक जलाकर रखना चाहिए। यह दीपक कम से कम 24 घंटे तक जलना चाहिए।

- व्रत करने वाली महिलाओं को पारण करने के मुहूर्त में ही व्रत तोड़ना चाहिए।

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भूलकर भी न करें ये काम

- इस दिन महिलाओं को भूल से भी काले कपड़ों को नहीं पहनना चाहिए। पूजा में काले कपड़े पहनना अच्‍छा नहीं माना जाता है।

- निर्जला व्रत करने वाली महिलाओं को इस दिन भूल से भी पानी नहीं पीना चाहिए। हालांकि यह नियम गर्भवती महिलाओं और बीमार महिलाओं के लिए नहीं माना जाता है।

- व्रत करने वाली महिलाओं को इस दिन सोना नहीं चाहिए। सोने की बजाए महिलाओं को इस दिन भजन और कीर्तन में मन लगाना चाहिए।

- यह व्रत महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए करती हैं, तो इस दिन भूलकर भी किसी बात के लिए पति से झूठ नहीं बोलना चाहिए।

- पूजा से जुड़े कार्यों को करने के लिए किसी भी प्रकार से प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।

- इस दिन व्रत करने वाली महिलाओं को भूलकर भी बुजुर्गों का दिल नहीं दुखाना चाहिए। बल्कि इस दिन उनका आशीर्वाद लेकर व्रत की शुरुआत करनी चाहिए।

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। lifeberrys हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से संपर्क जरुर करें।)

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