इजरायली हमले से थर्राया तेहरान, एविन जेल समेत कई इमारतें तबाह

ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के जोरदार हमलों के बाद अब इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए तेहरान में बड़ा हमला बोला है। इस बार मामला और भी गंभीर हो गया है क्योंकि इजरायल ने न सिर्फ परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया बल्कि तेहरान की कई अहम सरकारी इमारतों और कुख्यात एविन जेल पर भी सीधा हमला कर दिया है। इजरायली सेना ने दावा किया है कि उन्होंने मिसाइलों और ड्रोन से ईरान के पैरामिलिट्री रिवोलूशनरी गार्ड के मुख्यालय को भी तबाह कर दिया है। इजरायल के विदेश मंत्रालय ने तीखा बयान देते हुए कहा, ईरान के तानाशाह को अब उसकी हरकतों की सजा मिलेगी।

सोमवार को हुए इस अटैक में इजरायल ने ईरान के भूमिगत परमाणु ठिकाने फोर्दो को भी निशाना बनाया, जिसे पहले अमेरिका ऑपरेशन 'मिडनाइट हैमर' के तहत तबाह कर चुका था। अमेरिका पहले ही इस्फहान और नतांज जैसे बड़े ठिकानों को उड़ा चुका है। खास बात यह है कि जहां अमेरिका ने रात के अंधेरे में ऑपरेशन किया, वहीं इजरायल ने दिनदहाड़े यह हमला किया, जिससे तेहरान में दहशत का माहौल बन गया।

एविन जेल बनी आतंक का नया केंद्र

इस हमले में सबसे चौंकाने वाला हिस्सा है ईरान की एविन जेल पर सीधा ड्रोन अटैक। यह वही जेल है जो दशकों से अपने अमानवीय व्यवहार और क्रूरता के लिए जानी जाती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस जेल में कैदियों को ऐसी प्रताड़नाएं दी जाती हैं कि वे खुद मौत मांगने लगते हैं। यहां तक कि महिलाओं के साथ भी बर्बरता की सारी हदें पार की जाती हैं। साल 2023 में जेल से बाहर आई एक महिला कैदी मर्जिया अमीरिजादेह ने खुलासा किया था कि किस तरह यहां छत से लाशें लटकाकर डर फैलाया जाता है। कैदियों को सड़ा-गला खाना दिया जाता है और इलाज के अभाव में कई की मौत हो जाती है। एविन जेल पर हमला इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि इसे खामेनेई की निगरानी में माना जाता है। यहां से रेवोलूशनरी गार्ड्स सीधे खामेनेई को रिपोर्ट करते हैं।

ईरान की प्रतिक्रिया और बढ़ता तनाव

ईरान ने इस इजरायली हमले को लेकर ऑपरेशन ‘ट्रू प्रॉमिस 3’ की शुरुआत की बात कही है और दावा किया है कि उन्होंने हाइफा और तेल अवीव जैसे इजरायली शहरों को निशाना बनाया। यरुशलम में भी धमाकों की आवाजें सुनी गईं, हालांकि अभी तक किसी बड़े नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है। इस बीच अमेरिका की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर ईरान जवाबी कार्रवाई करता है तो उसके पास और भी हमलों के विकल्प तैयार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करना उनका प्राथमिक उद्देश्य है।