आज के समय में किसी के पास नकद पैसा मिलना बहुत मुश्किल हैं। कई लोग तो अपने हजार से ऊपर रूपये का खर्चा भी ऑनलाइन ही देते हैं क्योंकि वे इतना कैश कैरी नहीं करते हैं। हांलाकि कुछ बिज़नेस करने वाले लोग होते हैं जो बड़ी मात्रा में कैश रखते हैं। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपको एक ऐसा मामला बताने जा रहे हैं जिसमें एक महिला के पास से 2.2 अरब रुपये से ज्यादा कीमत का कैश मिला हैं अर्थात 220 करोड़ रूपये की नकदी। सोचकर ही एक बार तो चक्कर आने लगते हैं कि कोई कैसे इतना कैश लेकर घूम सकता हैं। यह मामला हैं हंगरी के रिफ्यूजी बॉर्डर का जहां यूक्रेन के एक बड़े टाइकून और राजनेता की पत्नी को हंगरी के कस्टम डिपार्टमेंट ने 2.2 अरब रुपये से ज्यादा कैश (अमेरिकी डॉलर और यूरो के नोट) के साथ पकड़ा हैं वो भी ऐसे हालात में जब रूस-यूक्रेन के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई हैं। इस मामले में यूक्रेन के ट्रांसकारपैथियन क्षेत्र के बॉर्डर पर तैनात गार्ड्स पर भी कार्रवाई की बात कही जा रही है। इनपर भी ये आरोप है कि इन्होने घूस लेकर पैसों को देश से बाहर जाने में उनकी मदद की है।
दरअसल, ये पैसे विवादों में रहने वाले यूक्रेन के पूर्व सांसद इगोर कोटवित्स्की की पत्नी अनास्तासिया कोटवित्स्का के सामान में मिले हैं। ऐसे में इसका फोटो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। वहीं यूक्रेन की स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट्स की मानें, तो पूर्व सांसद की पत्नी के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज किया गया है। कोटवित्स्की एक समय में यूक्रेन के सबसे अमीर सांसद थे। वहीं, कोटवित्स्की ने अपनी पत्नी के सूटकेस में 2.2 अरब रुपये मिलने की बात को गलत करार दिया है। उनका कहना है कि उनकी पत्नी मां बनने वाली है। इसी वजह से वो देश छोड़कर जा रही थी। कोटवित्स्की ने सोशल मीडिया के जरिए ये बात कही है कि- मेरे सभी पैसे यूक्रेन के बैंकों में जमा हैं और वहां से कुछ भी नहीं निकाला गया है। वहीं इसके बाद से उनका सोशल मीडिया अकाउंट भी बंद है। अब तक इस मामले पर अनास्तासिया की तरफ से कोई सफाई सामने नहीं आई है। रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान अनास्तासिया हंगरी के दो शख्स और अपनी मां के साथ सफर कर रही थीं। एक अखबार के मुताबिक, अनास्तासिया पर ये आरोप है कि उन्होंने यूक्रेन के विलोक चेक प्वाइंट पर अपने साथ मौजूद पैसों के बारे में नहीं बताया था, लेकिन हंगरी के कस्टम अधिकारियों को उनके पास से अरबों की कीमत के नोट मिले। रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया जा रहा है कि कोटवित्स्की अपने सहयोगियों के जरिए यूक्रेन के न्यूक्लियर व यूरेनियम के खदानों को कंट्रोल करते हैं। हालांकि, इसके एक हिस्से पर अब रूस ने कब्जा कर लिया है। दरअसल, कोटवित्स्की के मामले को कीव के बिजनसमैन सेयार खुशुतोव ने ही उजागर किया है। उनका कहना है कि कस्टम अधिकारी घूस लेकर पैसों को देश से बाहर ले जाने की अनुमति दे देते हैं।