TMC विधायक ने कहा - ऑपरेशन सिंदूर एक नाटक था पाकिस्तान के साथ थी मिलीभगत; भड़की बीजेपी

पगलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कथित तौर पर ऑपरेशन सिंदूर को एक नाटक बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देशभक्त लोगों की भावनाओं के साथ खेलने का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से जांच की मांग की है।

शुक्रवार (06 जून, 2025) को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में चक्रवर्ती ने कहा, “जिस तरह से बीजेपी ने ये सिंदूर खेला है, उससे ऐसा लगता है कि यह पूरा प्रकरण एक नाटक है। पाकिस्तान के साथ मिलीभगत थी। बीजेपी की युद्ध की धमकी एक खेल के अलावा कुछ भी नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर में प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं समेत देशभक्त लोगों की भावनाओं के साथ खेल किया है।”

बयान पर सफाई भी दी गई


हालांकि बाद में चक्रवर्ती ने दावा किया कि उनकी टिप्पणियों को राजनीतिक उद्देश्य से तोड़-मरोड़ कर गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कहा, “मैं भारतीय सेना और हमारे सुरक्षा बलों का बहुत सम्मान करता हूं। मेरे भाषण के कुछ हिस्सों को मुझे और मेरी पार्टी को नीचा दिखाने के लिए राजनीतिक मकसद से गलत तरीके से प्रसारित किया गया।”

टीएमसी की प्रतिक्रिया

टीएमसी की वरिष्ठ नेता एवं पश्चिम बंगाल की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने चक्रवर्ती की टिप्पणी को व्यक्तिगत माना और कहा कि पार्टी ऐसी किसी टिप्पणी का समर्थन नहीं करती। भट्टाचार्य ने कहा, “पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी पहले ही आतंकवाद के खिलाफ पार्टी के स्पष्ट रुख को सामने ला चुके हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे सशस्त्र बलों का स्पष्ट रूप से समर्थन किया गया है। इस मामले में हम सभी एकजुट हैं।”

बीजेपी ने NIA जांच की मांग की

वहीं, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी ने आतंकवाद विरोधी राष्ट्रीय जांच एजेंसी से अनुरोध किया है कि वे जांच करें कि क्या चक्रवर्ती का भारत विरोधी ताकतों से कोई संबंध है। इसके अतिरिक्त, बीजेपी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के एक नेता ने टीएमसी विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि चक्रवर्ती ने सशस्त्र बलों की वीरता और बलिदान को कमतर आंकने वाला तथा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों को भारत को अस्थिर करने के लिए प्रोत्साहित करने वाला राष्ट्रविरोधी बयान दिया है। विपक्षी पार्टी ने इस मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की है।