
बुधवार को भारतीय शेयर बाजार दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद लाल निशान में बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता, पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी जैसे कारकों ने निवेशकों की धारणा पर असर डाला। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों में सतर्कता का माहौल रहा, जिसके चलते इंडेक्स सीमित दायरे में ही कारोबार करता दिखा।
सेंसेक्स और निफ्टी में हल्की गिरावटबीएसई सेंसेक्स 138.64 अंक यानी 0.17% गिरकर 81,444.66 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 41.35 अंक या 0.17% गिरकर 24,812.05 पर आ गया। दिनभर के कारोबार में करीब 1486 शेयरों में तेजी, 2342 में गिरावट और 131 में कोई खास बदलाव नहीं दिखा।
टॉप गेनर्स और लूजर्स
बढ़त वाले शेयरबुधवार के कारोबारी सत्र में बाजार में कुछ शेयरों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया जबकि कुछ पर भारी दबाव देखने को मिला। बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में इंडसइंड बैंक सबसे आगे रहा, जिसने मजबूत खरीदारी का संकेत दिया। इसके अलावा ट्रेंट लिमिटेड, टाइटन कंपनी, मारुति सुजुकी और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) जैसे ऑटो और रिटेल सेक्टर से जुड़े शेयरों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और बाजार को सहारा दिया।
गिरावट वाले शेयरवहीं दूसरी ओर कुछ बड़े और प्रभावशाली शेयरों में गिरावट देखने को मिली। गिरावट वाले शेयरों में सबसे पहले टीसीएस का नाम रहा, जिसे आईटी सेक्टर की कमजोरी का खामियाजा भुगतना पड़ा। इसके अलावा अडानी पोर्ट्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) और अडानी एंटरप्राइजेज में भी बिकवाली का दबाव देखने को मिला, जिससे इन कंपनियों के स्टॉक्स लाल निशान में बंद हुए।
प्रदर्शन: आईटी और मेटल शेयरों में दबाव13 प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स में से 11 लाल निशान में बंद हुए। खासकर आईटी, मीडिया, मेटल, ऑयल एंड गैस और रियल्टी इंडेक्स में 0.5% से 1% तक की गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका में मई महीने की खुदरा बिक्री के आंकड़ों में कमजोरी के चलते मंदी की आशंका फिर उभर आई है, जिससे आईटी सेक्टर पर सबसे ज्यादा असर पड़ा। निफ्टी आईटी इंडेक्स 0.83% टूटा, और इसकी तीन दिन की तेजी का सिलसिला टूट गया।
FMCG, PSU बैंक और रियल्टी सेक्टर में भी गिरावट रही, जहां नुकसान 0.4% से 0.5% के बीच रहा। वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी दबाव बना रहा — BSE Midcap और Smallcap Index दोनों में 0.3% की गिरावट दर्ज हुई।
ऑटो और प्राइवेट बैंकिंग शेयरों ने संभाला बाजारनिफ्टी ऑटो इंडेक्स 0.37% की बढ़त के साथ बंद हुआ, जो आज के सत्र में एकमात्र बड़ा सेक्टोरल गेनर रहा। इस प्रदर्शन के पीछे मुख्य कारण भारत सरकार की चीन पर निर्भरता घटाने की रणनीति है, जिसमें वह रेयर अर्थ मैग्नैट्स के लिए ऑस्ट्रेलिया जैसे विकल्पों पर विचार कर रही है। इससे ऑटो सेक्टर की सप्लाई चेन स्थिर रहने की उम्मीद से शेयरों को सपोर्ट मिला।
प्राइवेट बैंकिंग शेयरों ने भी बाज़ार को संभाले रखा, जिसमें इंडसइंड बैंक प्रमुख गेनर रहा।