
गुजरात के अहमदाबाद में हुए भयावह प्लेन क्रैश हादसे में मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के पुरानी छावनी थाना क्षेत्र स्थित जिगसौली गांव का एक उज्ज्वल भविष्य अचानक बुझ गया। इस हादसे में गांव के होनहार मेडिकल स्टूडेंट आर्यन राजपूत की असमय और दर्दनाक मौत हो गई है। आर्यन अहमदाबाद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सेकंड ईयर का छात्र था और अपने परिवार व गांव का सपना था।
दुर्घटना के समय आर्यन अपने मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में स्थित मेस में अपने एक सहपाठी के साथ भोजन कर रहा था। बताया गया है कि खाना समाप्त कर आर्यन जैसे ही हाथ धोने वाश बेसिन की ओर बढ़ा, उसी दौरान लंदन के लिए उड़ान भर रहा प्लेन अचानक दुर्घटनाग्रस्त होकर कॉलेज की इमारत पर गिर गया। हादसा इतना भयंकर था कि आर्यन की मौके पर ही मृत्यु हो गई। यह ख़बर मिलते ही उसका पूरा परिवार शोक में डूब गया और गांव में मातम पसर गया।
पूरा गांव कर रहा नम आंखों से अंतिम विदाई की तैयारीगांव में आर्यन की मौत की सूचना फैलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। जिन आंखों में उसके डॉक्टर बनने का सपना पल रहा था, वे अब नम हैं। ग्रामीणों का कहना है कि आर्यन बेहद मेधावी, मेहनती और संस्कारी लड़का था। हर कोई उसे गर्व के साथ डॉक्टर साहब कहकर बुलाने का इंतजार कर रहा था। अब गांव की गलियों में सन्नाटा और दिलों में ग़म पसरा हुआ है। बताया जा रहा है कि आर्यन का शव रास्ते में है और आज रात तक परिजन उसे गांव लाकर अंतिम संस्कार करेंगे।
आर्यन के चाचा भीकम सिंह ने क्या कहा?आर्यन के चाचा भीकम सिंह ने बताया कि वह शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल था। गांव में रहकर ही 12वीं तक की शिक्षा ली और मोबाइल फोन की मदद से नीट परीक्षा की तैयारी की। उन्होंने बताया कि आर्यन ने पिछले वर्ष NEET परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए 720 में से 700 अंक प्राप्त किए थे। इसी के बाद उसे अहमदाबाद के प्रतिष्ठित सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाख़िला मिला। हाल ही में 31 मई को वह छुट्टी लेकर गांव आया था, जहां परिवार वालों से मिलकर लौटा ही था कि यह अनहोनी हो गई।
माता-पिता का लाडला था आर्यनग्रामीणों के अनुसार, आर्यन अपने माता-पिता की आंखों का तारा था। उसके पिता किसानी करते हैं और मां एक घरेलू महिला हैं। आर्यन परिवार का सबसे छोटा बेटा था और पूरे परिवार की उम्मीदों का केंद्र था। वहीं कॉलेज के साथी छात्रों ने बताया कि वह बेहद मिलनसार, विनम्र और मेहनती था, जो सभी का प्रिय था। उसकी असमय मृत्यु से न सिर्फ परिवार बल्कि पूरा गांव टूट चुका है।