लंदन। ग्रास कोर्ट पर खेले जाने वाले साल के तीसरे ग्रैंडस्लैम टेनिस टूर्नामेंट विम्बलडन में बुधवार को बड़ा उलटफेर हो गया। 20 ग्रैंडस्लैम विजेता और यहां 8 बार के चैंपियन स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर क्वार्टर फाइनल में हार गए। छठी वरीयता प्राप्त फेडरर को 14वीं सीड पोलैंड के हुबेर्ट हुर्केज ने सीधे सेटों में 6-3, 7-6, 6-0 से शिकस्त देकर सबको चौंका दिया। हालांकि फेडरर ने दूसरे सेट में अपना पूरा अनुभव झोंक दिया, लेकिन वे टाईब्रेकर में हार गए। तीसरे सेट में तो वे एक भी गेम नहीं जीत पाए। 39 वर्षीय फेडरर 13वीं बार इस टूर्नामेंट का क्वार्टर फाइनल खेल रहे थे। दूसरी ओर, हुबेर्ट पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के अंतिम-8 में पहुंचे थे। अब सेमीफाइनल में उनका सामना दुनिया के नंबर 9 खिलाड़ी इटली के मारियो बेरेटिनी से होगा।
5 बार विंबलडन जीत चुके हैं जोकोविक
दुनिया के नं.1 खिलाड़ी
सर्बिया के नोवाक जोकोविक ने 10वीं बार सेमीफाइनल में जगह बना ली। उन्होंने
क्वार्टर फाइनल में हंगरी के मार्टन फुक्सोविक्स को सीधे सेटों में 6-3,
6-4, 6-4 से हराया। जोकोविक अब सेमीफाइनल में कनाडा के वर्ल्ड नंबर-12
डेनिस शापोवालोव की चुनौती का सामना करेंगे। जोकोविक 5 बार विंबलडन जीत
चुके हैं। उनके खाते में 9 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 3 यूएस ओपन और 2 फ्रेंच ओपन
खिताब भी हैं। जोकोविक अगर यहां खिताब जीत लेते हैं तो वे फेडरर और स्पेन
के राफेल नडाल के सर्वाधिक ग्रैंडस्लैम जीतने की बराबरी कर लेंगे। फेडरर व
नडाल ने 20-20 खिताब पर कब्जा जमाया है।
सही सर्विस के लिए संघर्ष करती दिखीं सानिया
सानिया
मिर्जा और रोहन बोपन्ना की स्टार भारतीय जोड़ी का विंबलडन में सफर खत्म हो
गया। उन्हें मिश्रित युगल के प्री क्वार्टर फाइनल में बारिश की बाधा के बीच
जूलियन-रोजर और आंद्रेजा क्लेपैक की 14वीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने 6-3,
3-6, 11-9 से हराया। सानिया ने कोर्ट पर वापसी के बाद ज्यादा टेनिस नहीं
खेला है और वे लगातार सही सर्विस के लिए संघर्ष करती दिखीं। इससे पहले
सानिया और उनकी साथी बेथेनी माटेक-सेंड्स को महिला युगल के दूसरे दौर में
हार का सामना करना पड़ा था। 23 जुलाई से शुरू होने जा रहे टोक्यो ओलंपिक से
पहले यह सानिया का आखिरी टूर्नामेंट था। ओलंपिक में वे अंकिता रैना के साथ
महिला युगल में चुनौती पेश करेंगी।