Tokyo Olympic : लोंग जंप में भी कमाल नहीं दिखा सके भारतीय एथलीट, जोकोविक खाली हाथ लौटे

टोक्यो ओलंपिक में शनिवार का दिन भारत के लिए कुछ खास नहीं रहा। उसे अधिकतर खेलों में हार का सामना करना पड़ा। एथलेटिक्स में भी भारतीय एथलीट कोई कमाल नहीं कर पाए। लोंग जंप (लंबी कूद) में श्रीशंकर मुरली फाइनल के लिए भी क्वालिफाई नहीं कर पाए। मुरली ने 7.69 मीटर की अपनी बेस्ट छलांग लगाकर 13वां स्थान हासिल किया और बाहर हो गए। मुरली ने अपने अंतिम प्रयास में 7.51 मीटर की छलांग लगाई। इससे पहले के दो प्रयासों में उन्होंने 7.69 मीटर और 7.43 मीटर की छलांग लगाई थी।

अभी तक एथलेटिक्स में कमलप्रीत कौर को छोड़कर किसी का भी प्रदर्शन उल्लेखनीय नहीं रहा है। कमलप्रीत डिस्कस थ्रो के फाइनल में जगह बना चुकी हैं। शुक्रवार को अविनाश साबले ने 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड बेहतर किया, लेकिन फाइनल में जगह नहीं बना सके। दुतीचंद औसत प्रदर्शन के साथ 100 मीटर की रेस में शुरुआती दौर से ही बाहर हो गईं। एमपी जबीर भी पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ की बाधा पार नहीं कर पाए। भारत की मिश्रित रिले टीम 3:19.93 मिनट के साथ हीट में अंतिम स्थान पर रही।

जोकोविक ने चोट के कारण गंवाया मिश्रित युगल का पदक!

दुनिया के नं.1 टेनिस खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविक शनिवार को कांस्य पदक मुकाबले को गंवाने के बाद टोक्यो से खाली हाथ लौटेंगे। जोकोविक ओलंपिक में अब तब सिर्फ एक पदक जीत सके हैं। उन्होंने 2008 में हुए बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। जोकोविक को आज स्पेन के पाब्लो कारेनो बुस्टा ने 6-4, 6-7, 6-3 से शिकस्त दी। मैच के दौरान जोकोविक ने कई बार आपा खोया और रैकेट पर गुस्सा निकाला।

जोकोविक को 24 घंटे से कम समय में तीसरी बार हार का सामना करना पड़ा। कल सेमीफाइनल में जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव ने उन्हें हरा दिया था। इसके अलावा जोकोविक और और निना स्टोजानोविक की मिश्रित युगल जोड़ी को सेमीफाइनल में हार का मुंह देखना पड़ा था। जोकोविक-निना को आज कांस्य मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी एवं जॉन पीर्स की जोड़ी से भिड़ना था, लेकिन बाएं कंधे में चोट का हवाला देते हुए जोकोविक इस मैच से हट गए।


बुस्टा के खिलाफ जोकोविक ने खोया आपा, रैकेट फेंका

कांस्य पदक के मुकाबले में जोकोविक की निराशा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने दूसरे सेट में मैच प्वाइंट बचाने के बाद तीसरे सेट की लंबी रैली के दौरान बुस्टा के शॉट को रोकने में नाकाम रहने पर रैकेट को स्टैंड की ओर फेंक दिया। इसके दो गेम के बाद जब बुस्टा ने उनकी सर्विस तोड़ी तो एक बार फिर उन्होंने रैकेट से नेट पर वार किया। उन्होंने इसके बाद रैकेट उठाकर फोटोग्राफरों की ओर उछाल दिया। इस पर अंपायर ने उन्हें चेतावनी भी दी।