टेस्ट सीरीज के लिए रहाणे को मिली कप्तानी, भारतीय टीम घोषित, शास्त्री ने कोहली को लेकर दिया यह संकेत

भारत और न्यूजीलैंड के बीच 17 नवंबर से तीन मैच की टी20 सीरीज खेली जाएगी। इसके बाद दो टेस्ट की सीरीज होगी। शुक्रवार को बीसीसीआई ने टेस्ट सीरीज के लिए 16 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा कर दी। जैसा कि एक दिन पहले ही रिपोर्ट आ गई थी, रोहित शर्मा और विराट कोहली टीम का हिस्सा नहीं हैं। इसके अलावा विकेटकीपर ऋषभ पंत, मोहम्मद शमी व जसप्रीत बुमराह को भी आराम दिया गया है। मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे टीम की कमान संभालेंगे। रहाणे इंग्लैंड दौरे पर उप कप्तान थे। एक और मध्य क्रम के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को उपकप्तान बनाया गया है।

कोहली दूसरे टेस्ट में टीम के साथ जुड़ जाएंगे और कप्तानी संभालेंगे। आईपीएल-14 में आरसीबी टीम के विकेटकीपर केएस भरत को पहली बार टेस्ट टीम में जगह मिली है। श्रेयस अय्यर और ऑफ स्पिनर ऑलराउंडर जयंत यादव की वापसी हुई है। मिडिल ऑर्डर बैट्समैन हनुमा विहारी को बाहर कर दिया गया है। उन्होंने अंतिम टेस्ट जनवरी में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेला था। राहुल द्रविड़ इस सीरीज से टीम इंडिया के कोच का पद संभालेंगे। पहला टेस्ट 25 नवंबर से कानपुर और दूसरा 3 दिसंबर से मुंबई में खेला जाएगा।


अजिंक्य रहाणे कप्तान तो चेतेश्वर पुजारा उपकप्तान, ये है टीम इंडिया

टीम : अजिंक्य रहाणे (कप्तान), चेतेश्वर पुजारा (उप कप्तान), लोकेश राहुल, मयंक अग्रवाल, शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), केएस भरत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, जयंत यादव, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा।


‘बल्लेबाजी पर ध्यान देने के लिए वनडे की भी कप्तानी छोड़ सकते हैं कोहली’

विराट कोहली ने टी20 विश्व कप शुरू होने से पहले ही इस फॉर्मेट में भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वर्ल्ड कप के बाद वे कप्तानी नहीं करेंगे। इसके अलावा उन्होंने आईपीएल में भी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया था। इस बीच पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में कोहली वनडे टीम से भी कप्तानी छोड़ सकते हैं। शास्त्री ने इंडिया टुडे को दिए एक एक्सक्लूजिव इंटरव्यू में कहा कि रेड बॉल क्रिकेट में कोहली के नेतृत्व में भारत पिछले 5 साल से दुनिया की नंबर 1 टीम है।

इसलिए जब तक वे हार नहीं मानना चाहते या मानसिक रूप से थका हुआ मानकर कहते हैं कि वे अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, जो निकट भविष्य में (कप्तानी छोड़ना) हो सकता है। यह नहीं सोचना चाहिए कि यह तुरंत होगा। वनडे के साथ भी ऐसा ही हो सकता है। कोहली कह सकते हैं कि वे सिर्फ टेस्ट कप्तानी पर ध्यान देना चाहते हैं। यह उनका दिमाग और शरीर है जो यह निर्णय लेगा। वे पहले व्यक्ति नहीं हैं। ऐसे कई खिलाड़ी हुए हैं जिनका रिकॉर्ड कप्तानी में बेहतरीन रहा है लेकिन बैटिंग पर ध्यान देने के लिए उन्होंने कप्तानी छोड़ दी।