महिला टीम ने पूर्व खिलाड़ियों संग साझा की वर्ल्ड कप ट्रॉफी, अश्विन बोले — 'पुरुष टीम ने आज तक ऐसा नहीं किया'

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने जब पहली बार ODI वर्ल्ड कप अपने नाम किया, तो पूरा देश खुशी से झूम उठा। लेकिन इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने एक ऐसा बयान दिया, जिसने सभी का ध्यान खींच लिया। उन्होंने न सिर्फ हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में मिली इस उपलब्धि की सराहना की, बल्कि महिला टीम की उस संवेदनशील पहल की भी तारीफ की, जिसे उन्होंने “सच्चे खेलभावना का उदाहरण” बताया — और यह भी कहा कि भारतीय पुरुष टीम ने आज तक ऐसा कभी नहीं किया।

महिला टीम की भावनात्मक पहल पर अश्विन की प्रतिक्रिया


अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम ने जीत के बाद एक बेहद प्रेरक कदम उठाया। उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट की तीन महान खिलाड़ियों — मिताली राज, झूलन गोस्वामी और अंजुम चोपड़ा — को स्टेज पर बुलाकर वर्ल्ड कप ट्रॉफी उनके साथ साझा की। ये तीनों उस वक्त DY पाटिल स्टेडियम में कमेंट्री पैनल का हिस्सा थीं। टीम ने उन्हें सम्मानपूर्वक मंच पर बुलाया और जीत की खुशी में शामिल किया।

अश्विन ने कहा, “जब हरमनप्रीत कौर ने 2016-17 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक पारी खेली थी, तब टीम इंग्लैंड से फाइनल हार गई थी। उस समय झूलन और मिताली दोनों टीम में थीं। इस बार जब भारत ने कप जीता, तो खिलाड़ियों ने ट्रॉफी मिताली राज को थमाई — ये केवल एक इशारा नहीं, बल्कि एक भावनात्मक श्रद्धांजलि थी। महिला टीम ने साबित कर दिया कि वे अपने पूर्व खिलाड़ियों को कितना सम्मान देती हैं। ऐसा कदम भारतीय पुरुष टीम ने आज तक नहीं उठाया।”

“पुरुष टीम को सीख लेनी चाहिए” — अश्विन का स्पष्ट संदेश

अश्विन ने कहा कि पुरुष टीम हमेशा अपने सीनियर खिलाड़ियों का आदर करने की बात तो करती है, लेकिन व्यवहार में ऐसा उदाहरण कम ही देखने को मिलता है। उन्होंने कहा, “मीडिया के सामने हर कोई पुरानी पीढ़ी की तारीफ करता है, लेकिन वास्तव में उन्हें सम्मान देने का मौका शायद ही कोई छोड़ता हो। महिला टीम ने जो किया, वो वाकई मिसाल है।”

अश्विन ने यह भी जोड़ा कि कई बार पूर्व खिलाड़ी और वर्तमान खिलाड़ी एक-दूसरे की तुलना में उलझ जाते हैं — “हमारी टीम बेहतर थी या आपकी?” — लेकिन महिला खिलाड़ियों ने उस सोच से ऊपर उठकर अपने बड़ों को सच्चे मन से सम्मान दिया।

क्रिकेट के लिए एक प्रेरक संदेश

अश्विन के इस बयान ने क्रिकेट जगत में नई चर्चा छेड़ दी है। सोशल मीडिया पर भी प्रशंसक महिला टीम की इस पहल की जमकर तारीफ कर रहे हैं। कई फैंस ने इसे “वास्तविक टीम भावना” बताया, जबकि कुछ ने यह सुझाव दिया कि आने वाले समय में भारतीय पुरुष टीम को भी ऐसा कदम उठाकर अपने पूर्व दिग्गजों को सम्मान देना चाहिए।