गुलशन कुमार की कहानी जर्रे से आफताब बनने की कहानी है| उन्होंने भारतीय संगीत उद्योग में ऐसे समय पर कदम रखा जब ये उद्योग धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रहा था| गुलशन कुमार अपनी मेहनत, दूरदृष्टि और जज्बे से संगीत उद्योग को नयी ऊँचाइयों पर ले गए| वो आम जनता की नब्ज़ को पहचानते थे अतः उन्होंने लोगों को वही दिया जो वो चाहते थे| ऐसा कर उन्होंने संगीत उद्योग में नए जीवन और ऊर्जा का संचार किया|
ऑडियो कैसेत्ट्स के बिक्री से संगीत क्षेत्र में व्यवसाय की शुरुआत करने वाले गुलशन ने इन्ही कैसेत्ट्स को सस्ते दामों पर बनाकर समाज के हर तबके तक पहुँचाया और हिंदी फिल्म संगीत जगत में एक विशाल साम्राज्य स्थापित किया| सिर्फ यही नहीं, उन्होंने फिल्मों के निर्माण के क्षेत्र में कदम रख कर कई नए चेहरों को मौका भी दिया|