पश्चिम बंगाल: बीरभूम हत्याकांड की फोरेंसिक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा, जिन लोगों को आग के हवाले किया उन्हें पीटा गया था पहले

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले (Birbhum Massacre) के बोगटुई गांव में हुई आगजनी और निर्मम हत्याकांड (Birbhum Ruthless Massacre) को लेकर बेहद ही चौंकाने वाली बात सामने आई है। फोरेंसिक रिपोर्ट में यह सामने आया है कि जिन लोगों को आग के हवाले किया गया उनको पहले बुरी तरह से पीटा गया था। रामपुरहाट अस्पताल से एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञों के अनुसार शुरुआती जांच में ये सामने आया है कि पीड़ियों को आग के हवाले करने से पहले बुरी तरह से पीटा गया था।

आपको बता दें कि रामपुरहाट के बोगतुई गांव में मंगलवार को तड़के करीब एक दर्जन मकानों में कथित तौर पर आग लगा देने से 2 बच्चों समेत कुल 9 लोगों की जलकर मौत हो गयी। यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पंचायत स्तर के नेता भादू शेख की कथित हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई।

तृणमूल कांग्रेस के नेता की हत्या के बाद रामपुरहाट शहर के बाहरी इलाके में स्थित बोगतुई गांव में करीब एक दर्जन मकानों पर कथित तौर पर पेट्रोल बम से हमला कर आग लगा दी गई थी। ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ लोगों ने अपने नेता की हत्या के प्रतिशोध में मकानों में आग लगा दी।

पुलिस ने इस सिलसिले में अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। राज्य सरकार ने कथित रूप से लापरवाही बरतने के आरोप में कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।

बीरभूम हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिली ममता बनर्जी

आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने हिंसा से प्रभावित वीरभूम जिले के बोटगुई गांव का दौरा किया और मारे गए लोगों के परिजनों को सांत्वना दी। ममता बनर्जी वहां पहुंची तो परिजन काफी विलाप कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने उनके आंसू पोंछे और उन्हें सांत्वना दी। ममता बनर्जी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, यह हमारी सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा, वाम दलों और कांग्रेस की कोशिश है। बीरभूम की घटना के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से संबंध रखते हों। मुख्यमंत्री ने कहा, हमने थाना प्रभारी, उपसंभागीय पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को हटा दिया है। पुलिस महानिदेशक कल से ही जिले में हैं। मुख्यमंत्री ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान यह भी कहा कि उन्हें जिले का अपना दौरा एक दिन के लिए स्थगित करना पड़ा क्योंकि वहां पहले से जुटे हुए अन्य राजनीतिक दलों के साथ वह नहीं उलझना चाहती थीं।