कश्मीर में जमे जलाशय, पंजाब और हरियाणा में शीतलहर

हिंदुस्तान के पहाड़ जम चुके हैं। नदी-नाले ठंड से ठहर गए हैं। कश्मीर में न्यूनतम तापमान शून्य से और नीचे चला गया तथा आसमान साफ रहा। मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बीती रात, श्रीनगर में इस मौसम में अब तक की सबसे सर्द रात रही। अधिकारियों ने कहा कि घाटी में रात के तापमान में गिरावट जारी रही और आसमान साफ रहा। श्रीनगर में तापमान शून्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस कम रहा जो कि पिछली रात 4.8 डिग्री सेल्सियस था। इस मौसम में न्यूनतम तापमान सामान्य से लगभग पांच डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया, जिसके कारण कई जलाशय जम गए।

गुलमर्ग में तापमान शून्य से 11 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया जो कि सामान्य से छह डिग्री कम था। संघशासित प्रदेश में गुलमर्ग सबसे ठंडा स्थान रहा। अधिकारियों ने कहा कि पहलगाम में तापमान शून्य से 8.9 डिग्री सेल्सियस कम रहा। उन्होंने कहा कि काजीगुंड में तापमान शून्य से 4.9 डिग्री नीचे, कुपवाड़ा में शून्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस कम और कोकेरनाग में शून्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया।

हिमाचल प्रदेश में केलांग, मनाली और कल्पा में पिछले 24 घंटों में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किए जाने के साथ शीत लहर की स्थिति बनी रही। इस बार पहाड़ों पर भी नवंबर महीने में ही बर्फबारी शुरू हो गई थी। वहीं 12 दिसंबर को जबरदस्त बर्फबारी हुई है।

पंजाब और हरियाणा में शीतलहर का प्रकोप

पंजाब और हरियाणा में शीतलहर का प्रकोप शुरू हो गया है और गुरुवार को पारा सामान्य से नीचे चला गया। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा में अंबाला, हिसार, करनाल, भिवानी, रोहतक और सिरसा में न्यूनतम तापमान क्रमश: 4.4 डिग्री, 4.2 डिग्री, 4.9 डिग्री, 4.8 डिग्री, 4.4 डिग्री और 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, पंजाब में अमृतसर में न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री जबकि लुधियाना में 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले दो दिनों के दौरान दोनों राज्यों के अधिकांश हिस्सों में ठंड ज्यादा पड़ेगी।

इसलिए बढ़ रही हैं ठंड?

आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालय में भारी बर्फबारी हुई और अब शीत लहर के मैदानी इलाकों की ओर बढ़ने की वजह से तापमान में गिरावट आ रही है। आईएमडी मैदानी इलाकों के लिए शीत लहर की घोषणा तब करता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे हो और लगातार दो दिन तक सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो। उन्होंने कहा, 'दिल्ली जैसे छोटे इलाके के लिए शीत लहर की घोषण तब भी की जा सकती है जब उक्त स्थितियां एक दिन के लिए भी बन जाएं।'