वैक्सीन कम करती हैं कोरोना से होने वाली मौत का खतरा, पहला डोज 82% तो दूसरा 95% कारगर

इंडियन काउंसिल और मेडिकल रिसर्च और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी (ICMR-NIE) के एक एनालिसिस में यह साफ हो गया है कि कोरोना वायरस के चलते हो रही मौतों को रोकने में वैक्सीन खासी असरदार है। स्टडी में सामने आया है कि वैक्सीन की सिंगल डोज मौत को रोकने में 82% कारगर है और दोनों डोज लगने के बाद 95% तक मौत से बचा सकते हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि कोविड-19 टीककारण से जुड़े मृत्यु दर के जोखिम की गणना के लिए टीका प्राप्त और टीका नहीं लगवाने वाले के बीच मौत की घटनाओं की तुलना की गई थी।

हाल ही में आई एक और स्टडी से पता चला था कि वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके 94% लोगों को कोरोना संक्रमित होने पर ICU में भर्ती की जरूरत नहीं पड़ी, जबकि 77% लोगों को तो अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत भी नहीं पड़ी।

स्टडी में पता चला है कि दोनों डोज प्राप्त करने से अस्पताल में भर्ती, ऑक्सीजन थैरेपी की जरूरत और ICU में दाखिले को कम कर देते हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में स्टडी के लेखक डॉक्टर जेवी पीटर्स के हवाले से कहा गया है कि पहले डोज के बाद से ही सुरक्षा मिलना शुरू हो जाती है। वैक्सीन का सिंगल डोज ICU में भर्ती होने से 95% सुरक्षा देता है।