पाक में महंगाई चरम पर, गेहूँ, आटा-दूध खरीदना मुश्किल, सड़कों पर उतरने की तैयारी में किसान, 10 मई से आंदोलन

नई दिल्ली। पाकिस्तान में महंगाई इस कदर बढ़ गई है कि मिडिल क्लास का व्यक्ति भी अब दाल, आटा जैसी चीज नहीं खरीद पा रहा है। आटा, दूध, गेहूं, दालों, सब्जियों के दाम पाकिस्तान में आसमान को भी भेद गए हैं। इस बेतहाशा महंगाई के खिलाफ अब पूरे देश में किसान उतरने वाले हैं। पाकिस्तान में किसानों ने 10 मई से आंदोलन करने का बिगुल फूंक दिया है।

पाकिस्तान के स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक किसानों के संगठन ‘किसान इत्तेहाद’ ने बीते रविवार को इस आंदोलन का ऐलान किया है। उनका कहना है कि पूरे पाकिस्तान में गेहूं का संकट पैदा हो गया है। किसान इत्तेहाद के अध्यक्ष खालिद खोखर ने कहा कि सरकार स्थानीय किसानों से फसल खरीदने के बजाय आयात कर रही है। जिसके हम पुरजोर विरोध कर रहे हैँ। उन्होंने गेहूं आयात में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और इसमें शामिल लोगों को फांसी देने की मांग की।

प्रधानमंत्री, सेना प्रमुख, ISI से भी किया संपर्क

गौरतलब है कि किसानों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, सेना प्रमुख, ISI के महानिदेशक और खाद्य सुरक्षा मंत्री से संपर्क किया लेकिन उनकी चिंताओं का समाधान नहीं किया गया। किसानों ने अब नागरिक समाज, मीडिया, वकीलों और व्यापारिक समुदाय से भी इस आंदोलन में जुड़ने का आह्वान किया है।

पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर का हुआ नुकसान

साथ में उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि ‘गेहूं माफियाओं’ को आयात से 100 अरब डॉलर का मुनाफा (PKR) हुआ जबकि पाकिस्तान को लगभग 1 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ। गेहूं माफियाओं को साधने की कोशिश में सरकार ने गेहूं की आरक्षित दर में बढ़ोतरी कर दी। जबकि किसानों ने बड़ी मात्रा में गेहूं का उत्पादन किया लेकिन वो अपनी खुद की कमाई से वंचित रह गए क्योंकि अधिकारियों ने अनाज का आयात कर लिया। इसलिए अब उनके पास आंदोलन करने के सिवाय और कोई चारा नहीं बचा है।