वाराणसी : PM मोदी के खिलाफ बीएसएफ के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर को सपा ने दिया टिकट

समाजवादी पार्टी (सपा) ने औपचारिक रूप से घोषणा की है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर को वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से महागठबंधन उम्मीदवार के रूप में उतार रही है। बीएसएफ कांस्टेबल रहे तेजबहादुर को साल 2017 में सैनिकों को परोसे जाने वाले भोजन के बारे में शिकायत करते हुए एक वीडियो ऑनलाइन पोस्ट करने के बाद बर्खास्त कर दिया गया था, उन्होंने पहले ही कहा था कि वह वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले प्रत्याशी घोषित हुई शालिनी यादव अब डमी कैंडिडेट के रूप में रहेंगी और उन्हें नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि तक अपना नाम वापस लेना पड़ सकता है। सोमवार को जिला मुख्यालय पर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा जैसे ही शालिनी यादव नामांकन करने के लिए कलक्ट्रेट पहुंचीं। उसी समय मनोज राय धूपचंडी बीएसएफ के बर्खास्त जवान तर्ज बहादुर के साथ नामांकन का एक और सेट दाखिल कराने पहुंचे। दोनों ही कैंडिडेट्स ने अपने पाने नामांकन पर्चे दाखिल किए। सपा के इस दांव को पीएम मोदी पर सीधे हमले की तरह देखा जा रहा है। सपा अब तेज बहादुर की बीएसएफ से बर्खास्‍तगी को बड़ा मुद्दा बनाकर पीएम मोदी के राष्‍ट्रवाद के नारे को कठघरे में खड़ा करने की योजना बना रही है। इसके थोड़ी देर बाद तेज बहादुर यादव मनोज राय धूपचंडी के साथ नजर आये तो तो उनके गले में समाजवादी पार्टी का दुपट्टा था,। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो, उन्होंने भी सपा का सिंबल उन्हें दिए जाने की पुष्टि कर दी। इस मामले में नामांकन करने कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय ने कहा कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सपा से कौन चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस बनाम बीजेपी के मुद्दे पर चुनाव होने की बात कही।

वाराणसी के सियासी माहौल में पिछले दो दिनों से चर्चा चल रही थी कि तेज बहादुर यादव को सपा-बसपा गठबंधन का उम्मीदवार बनाया जा सकता है।