14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद द्वारा पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर किए गए हमले को 'भीषण' करार देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि हमें इस मामले पर कई रिपोर्ट्स मिली है। हम इस मामले पर जल्द ही आधिकारिक बयान देंगे।
बता दे, पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के बीच तनाव बढ़ा है। पुलवामा (Pulwama) में हुए आतंकी हमले के बाद से ही देश में गुस्से का माहौल है। मंगलवार को पुलवामा मुठभेड़ के बाद श्रीनगर में सीआरपीएफ, सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को साझा प्रेस कॉन्फेंस की और शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। श्रीनगर में सुरक्षाबलों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तानी सेना का ही बच्चा है और पाकिस्तानी सेना का इस हमले में पूरा-पूरा हाथ है। उन्होंने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि घाटी में अगर आतंकी सरेंडर नहीं करते हैं तो वे सभी मारे जाएंगे। सेना ने कहा कि 100 घंटे के अंदर जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकियों को मार गिराया है। कश्मीर में जैश के सभी टॉप कमांडर ढेर हो गए। सेना ने कहा, 'पुलवामा आतंकवादी हमले के 100 घंटे से भी कम समय में हमने घाटी में जैश के नेतृत्व को समाप्त कर दिया, जिसे पाकिस्तान से JeM द्वारा संभाला जा रहा था।' कंवल जीत सिंह ढिल्लन, चिनार कॉर्प्स, भारतीय सेना के कोर कमांडर ने कहा, 'जिसने भी बंदूक उठाई, उसे मार दिया जाएगा या समाप्त कर दिया जाएगा।' उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान और ISI का हाथ है। जैश को आईएसआई हैंडल करता है। जैश पाकिस्तानी सेना का बच्चा है।उन्होंने कहा, 'मैं लोगों से ऑपरेशन के दौरान और बाद में मुठभेड़ स्थल से दूर रहने के लिए अनुरोध करता हूं। यह उनकी अपनी सुरक्षा के लिए है।'
व्हाइट हाउस से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है। अच्छा होगा, अगर आंतक के मामले पर भारत और पाकिस्तान साथ हो जाएं। एक सवाल का जवाब देते हुए ट्रंप ने कहा कि हमें इस मामले पर कई रिपोर्ट्स मिली हैं। और सही समय आने पर इस पर बयान जारी किया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि आंतकी हमले की वजह से भयानक स्थिति पैदा हो गई है। हमें इस पर रिपोट्स मिल रही है और सही समय आने पर इस पर बयान दर्ज कराया जाएगा। बता दें कि इससे पहले आतंकी हमले पर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने भारत का समर्थन किया था। हमले के बाद जॉन बोल्टन ने भारतीय एनएसए अजीत डोभाल से फोन पर बातचीत करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में साथ देने का आश्वासन दिया था।
अमेरिका ने पाकिस्तान से अपील की कि वह अपनी धरती से संचालित सभी आतंकवादी समूहों का समर्थन और उन्हें पनाह मुहैया कराना तुरंत बंद करे। भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ आई जेस्टर ने यहां संवाददाताओं से कहा, आतंकवादी हमले की तह तक पहुंचने में हम भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ अमेरिका के सहयोग पर उन्होंने कहा, हमने उनकी निंदा की है, पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी पनाहगाहों की हमने पहले भी निंदा की है और हमने उनको सैन्य सहयोग देना बंद कर दिया है।पुलवामा की घटना पर उन्होंने कहा, इस घटना ने आतंकवाद निरोधक मामलों पर भारत के साथ सहयोग करने और पिछले हफ्ते की घटना के तह तक पहुंचने में उनके साथ काम करने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। जस्टर ने पुलवामा हमले को भीषण करार दिया है। अमेरिका के राजदूत बुधवार से पांच दिनों तक यहां चलने वाले एयरो इंडिया कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए उच्चस्तरीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ आए थे।
बता दे, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा (Pulwama) में आतंकवादी हमले के पांच दिन बीत जाने के बाद पाकिस्तान ने मंगलवार को कहा कि यह नया पाकिस्तान (Pakistan) है, अगर भारत सबूत देगा तो हम कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत ने बिना सबूत के पाकिस्तान (Pakistan) पर आरोप लगा दिया। भारत ने कोई सबूत नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मैं भारत सरकार को जवाब दे रहा हूं। प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि यदि भारत उनके देश पर हमला करता है तो पाकिस्तान (Pakistan) इसका माकूल जवाब देगा। उन्होंने कहा कि जंग की शुरुआत करना तो आसान है लेकिन यह जंग कहां लेकर जाएगा इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि हमला होने की सूरत में उनका देश चुप नहीं बैठेगा और जवाबी कार्रवाई करेगा।