अयोध्या जाएंगे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, राम मंदिर निर्माण को लेकर मोदी सरकार पर बनाएंगे दबाव

लोकसभा चुनाव खत्म होने और नरेन्द्र मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में आने के साथ ही राम मंदिर निर्माण को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है। रविवार को द्वारका-शारदापीठ एवं ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती ने वृन्दावन में कहा नरेंद्र मोदी की सरकार को अयोध्या में भव्य एवं दिव्य राम मंदिर की स्थापना करने का वादा जरूर पूरा करना चाहिए। वही अब लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अयोध्या जाकर राम मंदिर की मांग को हवा देने वाले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे एक बार फिर अयोध्या जाने की तैयारी में हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी के सभी 18 नवनिर्वाचित सांसदों के साथ 15 जून को अयोध्या जाएंगे। वहां जाकर वो रामलला के दर्शन करेंगे। इसके साथ ही शिवसेना केंद्र सरकार पर राम मंदिर के लिए कानून लाने का दबाव भी बनाएगी। ठाकरे के करीबी सहयोगी एवं शिवसेना के मीडिया प्रभारी हर्षल प्रधान ने कहा, ‘‘यह सच है कि ठाकरे ने अयोध्या की यात्रा करने का फैसला किया है। 17 जून से शुरू हो रहे संसद के सत्र से पहले यात्रा की योजना है'' उन्होंने कहा, ‘‘इस यात्रा के बारे में जल्द ही घोषणा की जाएगी। उद्धवजी इस यात्रा और पार्टी के रुख के बारे में विस्तार से बताएंगे''।

बता दे, पिछले साल नवंबर में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपनी पत्नी रश्मि और बेटे आदित्य ठाकरे के साथ भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या पहुंचे थे। वहां रामलला के दर्शन कर राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास को मंदिर निर्माण के लिए चांदी की ईंट भेंट की थी।

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग करती आई शिवसेना ने कहा था कि इस मामले को कश्मीर मुद्दे की तरह जटिल नहीं बनने देना चाहिए, जिसके समाधान का अब भी इंतजार है। अपनी पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने कहा था, ''राम मंदिर का निर्माण उतना जटिल नहीं बनने देना चाहिए जितना जम्मू-कश्मीर है, जिसका निकट भविष्य में कोई समाधान नजर नहीं आ रहा।'' बीजेपी को मंदिर निर्माण रुकवाने के लिये कांग्रेस पर उंगली नहीं उठानी चाहिए।''

उद्धव ठाकरे 25 नवंबर को विश्व हिंदू परिषद की धर्म संसद में शामिल हुए थे। ठाकरे ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि वह राम मंदिर का श्रेय लेने नहीं, मंदिर निर्माण की तारीख जानने आए हैं। कुंभकर्णी निद्रा में सो रही सरकार को जगाने आए हैं।

बता दें कि शिवसेना राममंदिर के मुद्दे पर अपनी सहयोगी पार्टी बीजेपी पर हमलावर रही है और राम मंदिर के बीजेपी के वादे को जुमला बता चुकी है। अयोध्या में शिवसेना सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि राम मंदिर पर चूके तो 2019 में सत्ता से चूक जाओगे।