Pitbull Attack: बेटे ने बताया - पिटबुल कुत्ते ने मां को क्यों नोच-नोच कर मार डाला

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिटबुल के हमले में 80 वर्षीय सुशीला त्रिपाठी की मौत हो गई थी। इसके बाद रुवार को लखनऊ नगर निगम ने पिटबुल को जब्त कर लिया है। पिटबुल को नगर निगम के एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में रखा जाएगा। इसके साथ ही पिटबुल के लाइसेंस को निरस्त कर दिया गया है। वहीं, इस बीच मृतक सुशीला त्रिपाठी के पुत्र अमित ने बताया कि पिटबल आक्रामक नहीं था। वह मां के साथ हमेशा खेलता रहता था।

अमित ने बताया कि कभी-कभी दरवाजे की घंटी बजाने से बार-बार चिढ़ता था। इसी कारण वह अक्सर गुस्सा हो जाता था। शायद हमला करने की यही वजह हो।

अमित ने कहा कि मेरे पास कुत्ते का लाइसेंस और वैक्सीनेशन है। कभी कोई कमी नहीं की। खाने के लिए फूड का पूरा इंतजाम रहता था, लेकिन अचानक ये घटना कैसे हो गई, कुछ नहीं पता।

अमित ने कहा कि यह बड़ा हादसा था। यह मैं भी नहीं समझ पा रहा हूं। उन्होंने कहा कि 3 साल से मेरे साथ दो कुत्ते हैं। एक पिटबुल, एक लेब्रा। दोनों मां के साथ खेलते थे।

क्या है पूरा मामला?

लखनऊ के बंगाली टोला की रहने वाली सुशीला त्रिपाठी पर उनके ही पिटबुल 'ब्राउनी' ने मंगलवार सुबह हमला कर दिया था। हर रोज की तरह रिटायर शिक्षिका सुशीला त्रिपाठी अपने पिटबुल 'ब्राउनी' और लेब्राडोर को लेकर टहलाने के लिए गई थीं। इसी बीच पिटबुल ने अचानक सुशीला त्रिपाठी पर हमला कर दिया। पिटबुल ने पूरा जोर लगाकर सुशीला त्रिपाठी पर हमला किया और शरीर के कई जगह को काट डाला। पड़ोसियों का कहना है कि हमले के बाद पिटबुल ने महिला की मांस को नोच-नोचकर खा रहा था। एक पड़ोसी ने कहा, 'चीख सुनकर बाहर आए तो देखा कि पिटबुल ने सुशीला त्रिपाठी पर हमला किया और वह खून से लथपथ गिरी पड़ी हैं।'