भोपाल। अंबेडकर की जन्मस्थली महू में 27 फरवरी को होने वाली राहुल गांधी की महारैली से पहले बीजेपी सरकार ने बाबा साहेब अंबेडकर को लेकर बड़ा फैसला किया है। सीएम मोहन यादव ने भोपाल के सबसे बड़े फ्लाईओवर ब्रिज का उद्घाटन कर ब्रिज का नाम 'डॉ. भीमराव अंबेडकर ब्रिज' रखा है। जीजी ब्रिज को अब अंबेडकर ब्रिज के नाम से जाना जाएगा।
जानकारी के अनुसार, भोपाल में आज सबसे बड़े फ्लाईओवर का उद्घाटन सीएम डॉ मोहन यादव ने किया लेकिन बड़ी बात यह रही कि अब तक सरकारी होर्डिंग्स से लेकर पत्रों मे यहां तक की कार्यक्रम के मंच पर इस फ्लाईओवर का नाम जीजी एलिवेटेड कारिडोर रखा था, लेकिन अचानक मंच से मोहन यादव ने इसका नाम जीजी से बदलकर बाबा अंबेडकर के नाम का एलान कर दिया।
इस मौके पर सीएम डॉ मोहन यादब ने कहा कि मुझे इस बात जी की प्रसन्नता है कि अंबेडकर जी को लेकर उनके जन्म स्थान पर भी हमने पवित्र धाम बनाने की प्रयास किया। अंबेडकर ने जहां दीक्षा ली उसका स्मारक बनाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि अंबेडकर को लेकर हमारी श्रद्धा है। इसलिए ब्रिज का नाम करण भी हम डॉक्टर भीमराव अंबेडकर करने की घोषणा करते हैं।
154 करोड़ की लागत से बना है ब्रिजयह ब्रिज 154 करोड़ की लागत से बना है। यह 2900 मीटर लंबा फ्लाई-ओवर है। भोपाल शहर में मैदा मिल मार्ग पर गायत्री मंदिर से डीबी मॉल चौराहा, बोर्ड ऑफिस चौराहा, प्रगति चौराहा से मानसरोवर कॉम्प्लेक्स होते हुए गणेश मंदिर तक निर्मित फ्लाई-ओवर 2900 मीटर लंबा और 15 मीटर चौड़ा है।
बता दें कि महूं में 4 दिन बाद 27 जनवरी को कांग्रेस की महारैली होने वाली है। इसमें राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम शामिल होंगे।