निजीकरण के खिलाफ बैंकों में आज से दो दिन की हड़ताल, किसान और मजदूर संगठन भी सड़कों पर उतरेंगे

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) के बैनर तले 9 यूनियनों ने दो सरकारी बैंकों के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में सोमवार, 15 मार्च यानी आज से दो दिन की बैंक हड़ताल का आह्वान किया है। ऑल इंडिया बैंक एम्पलाॉइज एसोसिएशन (AIBEA) के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने दावा किया कि इस हड़ताल में बैंकों के करीब 10 लाख कर्मचारी और बैंक अधिकारी शामिल होंगे। यह हड़ताल 15 और 16 मार्च को होनी है। वहीं दूसरी और तेल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ किसान और मजदूर संगठन भी सड़कों पर उतरेंगे। किसान आज कॉर्पोरेट विरोध दिवस मनाएंगे।

भारतीय स्टेट बैंक (SBI), केनरा बैंक (Canara Bank) सहित कई बैंकों ने अपने ग्राहकों को ब्रांचों और कार्यालयों में कामकाज प्रभावित रहने की सूचना दी है। बैंकों ने यह भी कहा है कि वे प्रस्तावित हड़ताल के दिनों में कार्यालयों और बैंक ब्रांचों के कामकाज को सुचारू बनाने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं।

गौरतलब है कि पिछले महीने पेश हुए आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी विनिवेश योजना के तहत दो सरकारी बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी। इन दो बैंकों का निजीकरण वित्त वर्ष 2021-22 में किया जाना है। अभी देश में 12 सरकारी बैंक हैं, उसके बाद इनकी संख्या घटकर 10 रह जाएगी। इससे पहले सरकार आईडीबीआई बैंक में (IDBI Bank) में अपनी बहुसंख्यक हिस्सेदारी साल 2019 में एलआईसी को बेचकर इसका निजीकरण कर चुकी है। साथ ही केंद्र सरकार पिछले 4 सालों में 14 सरकारी बैंकों का विलय कर चुकी है।

यूएफबीयू के सदस्यों में इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन (AIBEA), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (AIBOC), नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ बैंक इम्प्लॉइज (NCBE), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA), बैंक एंप्लॉइज ऑफ इंडिया (BEFI), भारतीय राष्ट्रीय बैंक कर्मचारी महासंघ (INBEF), भारतीय राष्ट्रीय बैंक अधिकारी कांग्रेस (INBOC), नेशनल बैंक ऑफ बैंक वर्कर्स (NOBW) और नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स (NOBO) शामिल हैं।