7.5 तीव्रता के तेज भूकंप के बाद इंडोनशिया में सुनामी, भारी तबाही के आसार

इंडोनेशिया का पालू शहर शुक्रवार को शक्तिशाली भूकंप के बाद आई सुनामी से भी प्रभावित हुआ। आपदा एजेंसी ने इसकी जानकारी दी। समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं जो तटबंधों को तोड़ते हुए भू-भाग में तबाही मचा रही हैं। इस प्राकृतिक आपदा से बड़ी तबाही होने की आशंका है। इस भयंकर भूकंप से इमारतों के तबाह होने के बाद परेशान निवासियों को अपना घर छोड़ कर बाहर सड़क पर खड़े रहने को मजबूर कर दिया। बता दे, इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में शुक्रवार को तेज भूकंप आया जिससे कई घर तबाह हो गए और कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई है। एक अधिकारी ने बड़े पैमाने पर नुकसान होने की आशंका जताई और लोगों से भूकंप के बाद लगने वाले तेज झटकों के खतरे के चलते घर से बाहर रहने की अपील की।

आपदा एजेंसी के भूकंप एवं सुनामी प्रभाग के अध्यक्ष रहमत त्रियोनो ने कहा, 'पालू में सुनामी आई है।' इस शहर में करीब 3,50,000 लोग रहते हैं जो भूकंप के केंद्र से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के मुताबिक भूकंप का केंद्र मध्य सुलावेसी के डोंग्गाला कस्बे से पूर्वोत्तर में दस किलोमीटर की गहराई में था। इसके चलते शुरुआत में सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई थी। सुनामी की आशंका सही साबित हुई और कुछ ही समय बाद सागर में तेज लहरें उठीं। समंदर का पानी ऊंची लहरों के रूप में जमीनी इलाकों में घुस गया। फिलहाल सुनामी अपना कहर बरसा रही है।

टेलीविजन फुटेज में लोगों को परेशान होकर इधर-उधर भागते हुए देखा जा सकता है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के वितरित एक वीडियो में महिलाओं एवं बच्चों को जोर-जोर से रोते-बिलखते हुए देखा जा सकता है।

समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक इंडोनेशिया का पालू शहर शुक्रवार को शक्तिशाली भूकंप के बाद आई सुनामी से भी प्रभावित हुआ। आपदा एजेंसी ने इसकी जानकारी दी। इस भयंकर भूकंप ने इमारतों को तबाह करने के बाद परेशान निवासियों को अपना घर छोड़कर बाहर सड़क पर खड़े रहने को मजबूर कर दिया। आपदा एजेंसी के भूकंप एवं सुनामी प्रभाग के अध्यक्ष रहमत त्रियोनो ने कहा, “पालू में सुनामी आई है।” इस शहर में करीब 3,50,000 लोग रहते हैं जो भूकंप के केंद्र से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भूकंप आने का बाद स्थानीय आपदा एजेंसी के अधिकारी अकरिस ने कहा, कई घर गिर गए। उन्होंने कहा, “यह तब हुआ जब हमें पहले से ही इससे पहले आए भूकंप से प्रभावित नौ गावों से डेटा इकट्ठा करने में मुश्किल आ रही थी।” टेलीविजन फुटेज में लोगों को परेशान होकर इधर-उधर भागते हुए देखा जा सकता है। राष्ट्रीय आपदा मोचन एजेंसी द्वारा वितरित एक वीडियो में महिलाओं एवं बच्चों को जोर-जोर से रोते-बिलखते हुए देखा जा सकता है।

आपदा एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वो नुगरोहो ने कहा कि क्षेत्रों के साथ संपर्क करने में कठिनाई आ रही है। उन्होंने एक बयान में डोंग्गाला इलाके में बहुत नुकसान होने की बात बताई जहां करीब 3,00,000 लोग रहते हैं। एक के बाद एक भूकंप के झटकों ने क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया है। इनमें 6.7 तीव्रता का भी एक भूकंप था। सुतोपो ने बताया, लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है।

इससे पहले शुक्रवार को ही डोंग्गाला में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था। प्राथमिक सूचना के आधार पर एक व्यक्ति की मौत, 10 लोगों के घायल होने और दर्जनों घर बर्बाद होने की खबर मिली थी। इंडोनेशिया की भौगोलिक स्थिति के कारण भूकंप का खतरा हरदम बना रहता रहता है। दिसंबर 2004 में पश्चिमी इंडोनेशिया के सुमात्रा में 9.3 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके कारण आई सुनामी के कारण हिंद महासागर क्षेत्र के कई देशों में 2,20,000 लोग मारे गए थे।