भारत की सबसे तेज ट्रेन 'वंदे भारत एक्सप्रेस' का किराया सुनकर उड़ जाएंगे आपके होश, 15 फरवरी को PM मोदी करेंगे उद्घाटन

15 फरवरी को पीएम मोदी भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (Train-18) का उद्घाटन करेंगे। सूत्रों के मुताबिक पीएम 8 घंटे ट्रेन के एग्जीक्यूटिव चेयर कार में सफर करेंगे। इस ट्रेन में पीएम मोदी के साथ रेलवे के चुनिंदा अधिकारी मौजूद रहेंगे। एह ट्रेन सबसे पहले कानपुर में रुकेगी जहां पीएम एक जनसभा को संबोधित करेंगे। वहां से यह ट्रेन 40 मिनट बाद चलेगी और पीएम फिर कानपुर से ट्रेन में सवार होंगे। फिर यह ट्रेन इलाहाबाद में 40 मिनट रुकेगी यहां फिर पीएम एक जनसभा को संबोधित करेंगे। उसके बाद यह ट्रेन बनारस के लिए रवाना हो जाएगी। यहां पर भी एक जनसभा होगी। वही इसी बीच ट्रेन 18 के किराए की लिस्ट सामने आ गई है।

इस ट्रेन का दिल्ली से वाराणसी यात्रा के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस या ट्रेन 18 की वातानुकूलित चेयर कार का किराया 1,850 रुपए और एक्जीक्यूटिव क्लास के लिए 3,520 रुपए होगा। किराये में खानपान सेवा शुल्क शामिल है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इतनी ही दूरी के लिए शताब्दी ट्रेनों के किराये की तुलना में चेयर कार का किराया 1.5 गुना है और प्रीमियम ट्रेन में प्रथम श्रेणी वातानुकूलित किराये से एक्जीक्यूटिव क्लास का किराया 1.4 गुना अधिक है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि वापसी यात्रा के दौरान चेयर कार की टिकट का किराया 1,795 रुपए जबकि एक्जीक्यूटिव कार टिकट का किराया 3,470 रुपए होगा।

सूत्रों ने बताया कि इस ट्रेन में दो श्रेणियां-एक्जीक्यूटिव और चेयर कार हैं और इनमें भोजन की कीमत अलग-अलग है। नई दिल्ली से वाराणसी जाने वाले यात्रियों को एक्जीक्यूटिव श्रेणी में सुबह की चाय, नाश्ते और लंच के लिए 399 रुपए देने होंगे जबकि चेयर कार के यात्रियों को इन सब के लिए 344 रुपए देने होंगे।

नई दिल्ली से कानपुर और प्रयागराज की यात्रा करने वाले लोगों को एक्जीक्यूटिव क्लास और चेयर कार के लिए क्रमश: 155 रुपए और 122 रुपए देने होंगे। वाराणसी से नई दिल्ली आने वाले यात्रियों को एक्जीक्यूटिव क्लास और चेयर कार में क्रमश: 349 रुपए और 288 रुपए देने होंगे।

आधुनिक सुविधाओं से लैस और बिना इंजन के दौड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को बुलेट ट्रेन के मॉडल पर तैयार किया गया है। ट्रेन को ट्रायल के दौरान 180 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार पर दौड़ाया गया है। नई ट्रेन शताब्दी की जगह लेगी, अभी शताब्दी की रफ्तार 130 किमी प्रति घंटे तक है। ऐसे में नई एक्सप्रेस ट्रेन के सफर से लोगों के समय में 15 से 20 प्रतिशत तक की बचत होगी।

वंदे भारत एक्सप्रेस की खास बात यह है कि इसमें आपको दूसरी ट्रेनों की तरह इंजन दिखाई नहीं देगा। जिस पहले कोच में ड्राइविंग सिस्टम लगया गया है, उसमें 44 सीटें दी गई हैं। वहीं ट्रेन के बीच में लगे दो एग्जीक्यूटिव कोच में 52 सीटें होंगी। इसके अलावा अन्य कोच में 78 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की गई है।

ट्रेन के कोच में स्पेन से मंगाई गई विशेष सीट लगाई गई हैं, इन्हें जरूरत पड़ने पर 360 डिग्री तक घुमाया जा सकता है। अभी इसे दिल्ली से वाराणसी के रूट पर चलाया जाएगा। आने वाले समय में उम्मीद है कि इसे देश के प्रमुख रेल मार्गों पर चलाया जाएगा। कोच में दिव्यांगों के लिए विशेष रूप से दो बाथरूम और बेबी केयर के लिए विशेष स्थान दिया गया है।

ट्रेन में जंजीर अब पुरानी बात हो जाएगी। वंदे भारत एक्सप्रेस में दो इमरजेंसी स्विच लगाए गए हैं। आपात स्थिति में इसे दबाकर मदद ली जा सकती है। ट्रेन में यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए हर छोटी-बड़ी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है।