थोक में 4 रुपये किलो पहुंचा टमाटर, सड़कों पर फेंक रहे किसान

नई दिल्ली। जून में 250 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर अब रिटेल (फुटकर) बाजार में 15 रुपए किलो पर आ गया है। इसके दाम गिरने से किसानों को नुकसान हो रहा है। वहीं, किसानों के अनुसार थोक में इसके दाम 4 से 5 रुपए प्रति किलो पर आ गए हैं। किसानों का कहना है कि लागत भाड़ा और मजदूरी भी नहीं निकल पा रही। इसलिए किसान मंडी ना जाने वाले टमाटर को फेंक रहे हैं। व्यापारी भी मार्केट में बहुत कम आ रहे हैं।

किसानों की मांग है कि सरकार टमाटर का एक्सपोर्ट बढ़ाए। भारत का टमाटर बांग्लादेश, नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), कतर, सऊदी अरब और ओमान सहित कई देशों में जाता है। एक्सपोर्ट बढ़ने से किसानों में सही दाम मिलने की उम्मीद है।

टमाटर के दामों में कमी के मुख्य कारण

—देश में फिलहाल बाढ़ के हालात नहीं हैं, लिहाजा सब्जियों को नुकसान नहीं हो रहा।

—टमाटर की नई फसल आ गई है, जो अच्छी रही है, इससे दाम कम हुए हैं।

—सरकार ने नेपाल से टमाटर इम्पोर्ट किया, इससे भी दामों में गिरावट आई।

जुलाई-अगस्त में 250 रुपए पर पहुंच गया था टमाटर

इससे पहले जून में देशभर में हुई भारी बारिश के कारण टमाटर की कम आवक कम होने से जुलाई-अगस्त में इसके भाव 250 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गए थे। यहां तक कि कई किसान ऊंचे दामों पर टमाटर बेचकर करोड़पति हो गए थे।