अलवर : डकैती के मामले में लिप्त तीन पुलिस कांस्टेबलों को किया गया निलंबित, डाला गया समझौते का दबाव

राजस्थान के अलवर जिले में खाली को बदनाम करने का मामला सामने आया हैं जहां डकैती के एक मामले में लिप्त तीन पुलिस कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया गया है। तीनों कांस्टेबलों में से एक ने पीड़ित को मामला सुलझाने के लिए मजबूर किया था। इसके बाद शिकायतकर्ता को लूटने के आरोप में कांस्टेबल और अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के दबाव में पीड़ित ने एक पत्र के माध्यम से पुलिस स्टेशन को सूचित किया कि उसने आरोपी के साथ मामला सुलझा लिया है और उसे आगे की कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है।

अलवर के एसपी तेजस्विनी गौतम ने कहा कि 27 जुलाई को राहुल मेव ने दो कांस्टेबल नरेंद्र जाटव, गंगाराम के साथ और एक अन्य साथी अनीश मेव के साथ गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र में साहिल खान को लूटा था। चारों आरोपी एसयूवी कार में सवार थे। चारों ने मोटरसाइकिल पर जा रहे साहिल खान से पैसे की मांग की। साहिल के मना करने पर चारों आरोपियों ने उसका अपहरण कर 27 हजार रुपये लूट लिए और मोबाइल वॉलेट में 13,000 रुपये भी ट्रांसफर करवाए।

साहिल खान ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने जांच के दौरान अनीश मेव की पहचान की और उसकी तलाश शुरू कर दी। इसी बीच गोविंदगढ़ थाने के एक सिपाही रामजीत ने शिकायतकर्ता को धमकी दी और मामले को लेकर आरोपी से समझौता करने को कहा। खान को पुलिस ने थाने में बुलाया और तब उसने खुलासा किया कि वह दबाव में था और कांस्टेबल रामजीत ने उसे धमकी दी थी। उसके आरोप के सही पाए जाने के बाद कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके साथ अनीश मेव को भी गिरफ्तार किया गया। बचे दो आरोपी नरेंद्र व गंगाराम क्रमश: शिवाजी पार्क थाना और एनईबी थाने में पदस्थापित हैं। पुलिस ने बताया कि तीनों कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया गया है।