नई दिल्ली। उत्तराखंड में स्थित गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तारीख की घोषणा हो चुकी है। इसी तरह यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तारीख का भी ऐलान हो चुका है। वहीं बदरीनाथ के कपाट बंद करने का फैसला दशहरे के बाद लिया जायेगा। गंगोत्री धाम के कपाट को 14 नवंबर को सुबह 11:45 बजे अन्नकूट के बाद बंद कर दिया जाएगा।
यमुनोत्री धाम के कपाट को 15 नवंबर को बंद किया जायेगाइसी तरह यमुनोत्री धाम के कपाट के भैया दूज के बाद 15 नवंबर को बंद किया जायेगा। वहीं बदरीनाथ धाम के कपाट को लेकर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने बताया कि इसे बंद करने का फैसला दशहरे यानी 24 अक्टूबर के बाद लिया जाएगा। इसके लिए एक धार्मिक आयोजन किया जायेगा और फिर मंदिर के कपाट बंद होने की घोषणा की जाएगी।
बता दें कि इस साल अप्रैल में चार धाम यात्रा शुरू हुई थी। इसके बाद रिकॉर्ड संख्या में तीर्थ यात्री उत्तराखंड पहुंचे। गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट को अक्षय तृतीया पर्व पर 22 अप्रैल को खोले गए थे। वहीं रूद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुले थे। जबकि चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुले थे।
जब मंदिर के कपाट खुले थे उस दौरान यहां रुक-रुक कर बारिश और बर्फबारी हो रही थी जिसकी वजह से तीर्थयात्रियों को परेशानी आई थी। तीर्थयात्रियों ने चार धाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश पहुंचकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था। मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान सहित अन्य राज्यों से आये तीर्थ यात्रियों ने ट्रांजिट कैंप आकर आवेदन किए थे।
केदारनाथ धाम पर फैसला बाकीकेदारनाथ धाम के कपाट को बंद करने का फैसला अभी तक नहीं किया गया है। ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को सुबह 6:20 पर खोले गए थे। वहीं इस दौरान मंदिर में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई थी। धर्माचार्यों ने पूजा अर्चना की थी। कपाट खोलने समय सेना के बैंड और भजन कीर्तन से धाम गूंज उठा था। वहीं श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई थी।