चीनी लड़ाकू विमानों पर ताइवान ने दागी मिसाइलें, गश्ती विमानों को पीछे लगा खदेड़ा वापस

चीन द्वारा हमेशा से ताइवान पर अपना अधिकार जमाने की कोशिश की गई हैं जिसके चलते वह लगातार ताइवान को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करता रहता हैं। इसी के तहत चीन के कुछ लड़ाकू विमानों ने ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसने की कोशिश की तो ताइवान ने जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलें दाग दी और इसी के साथ ही गश्ती विमानों का एक दल इन लड़ाकू विमानों के पीछे लगा दिया गया। इसे देखकर और खतरे को भांपते हुए चीनी लड़ाकू विमान तुरंत लौट गए। ताइवान रक्षा मंत्रालय के मुताबिक सुबह नौ बजे के करीब चीन के शेनयांग जे-11 और चेंगदू जे-10 लड़ाकू विमानों ने उसके हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश की।

दरअसल, चीन अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स अजार के नेतृत्व वाले उच्च प्रतिनिधि मंडल के ताइवान दौरे से बौखलाया हुआ है। बीते चार दशक में पहला मौका है जब कोई अमेरिकी मंत्री ताइवान पहुंचे हैं। चीन इस बार रविवार को ताइपे पहुंचे एलेक्स आजार के दौरे से नाखुश है। 2016 से अब तक कई बार इस तरह का दुस्साहस कर चुका है। चीन किसी भी अंतरराष्ट्रीय नेताओं के ताइवान जाने से तिलमिला जाता है। 1979 के बाद यह पहला मौका है जब अमेरिकी उच्च प्रतिनिधिमंडल ताइवान पहुंचा है।

ताइवान के मंत्रियों के मुताबिक अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स अजार ने ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन से मुलाकात की। अजार ने कहा, राष्ट्रपति ट्रंप ताइवान के साथ सहयोग बढ़ाना चाहते हैं। इसके लिए कोरोना वायरस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय लड़ाई में ताइवान की भूमिका का समर्थन करने के लिए ही अजार ताइपे पहुंचे हैं। अजार की यात्रा 2018 में पास हुए ताइवान यात्रा अधिनियम की देन है। जिसके तहत अमेरिका को उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंड को ताइवान भेजने की मंजूरी मिली थी।