लाइफ में कभी मोटिवेशन की कमी फील हो रही हो तो स्‍वामी विवेकानंद के ये विचार जिंदगी के हर मोड़ पर दिलाएंगे सक्‍सेस

महान दार्शनिक स्‍वामी विवेकानंद की आज 116वीं पुण्यतिथि है। 4 जुलाई 1902 में स्वामी विवेकानंद ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। लाइफ में कभी मोटिवेशन की कमी फील हो रही हो तो स्वामी विवेकानंद के ये सूत्र आपकी मदद कर सकते हैं। जीवन में कई बार हम ऐसी परिस्थितियों का सामना कर रहे होते हैं जो किसी को भी बेहद निराश कर सकती हैं। ऐसे मौके पर विवेकानंद की ये अनमोल बातें आपको एक बार फिर आत्मविश्वास से भर सकती हैं।

- खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।

- ब्रह्मांड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हमी हैं जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है।

- जब तक जीना, तब तक सीखना, अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है।

- किसी की निंदा न करें। अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो जरूर बढाएं। अगर नहीं बढ़ा सकते तो अपने हाथ जोड़िए, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिये और उन्हें उनके मार्ग पे जाने दीजिए।

- जब लोग तुम्हे गाली दें तो तुम उन्हें आशीर्वाद दो। सोचो, तुम्हारे झूठे दंभ को बाहर निकालकर वो तुम्हारी कितनी मदद कर रहे हैं।

- ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, मनुष्य केवल उसका आविष्कार करता है।

- जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पर विश्वास नहीं कर सकते।

- हम जितना ज्यादा बाहर जाएं और दूसरों का भला करें, हमारा ह्रदय उतना ही शुद्ध होगा और परमात्मा उसमे बसेंगे।

- तुम्हें अंदर से बाहर की तरफ विकसित होना है। कोई तुम्‍हें पढ़ा नहीं सकता, कोई तुम्‍हें आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुम्हारी आत्मा के आलावा कोई और गुरू नहीं है।

- दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो।