SRH Vs RR : नए कप्तान के साथ उतरेगी हैदराबाद, दोनों टीम को हैं जीत की दरकार

आज रविवार को डबल हेडर के पहले मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) का सामना राजस्थान रॉयल्स (RR) से होने जा रहा हैं। खराब फॉर्म से जूझ रही राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद रविवार को इंडियन प्रीमियर लीग के मैच में लय में लौटने की कोशिश करेंगे। रॉयल्स ने अभी तक छह में से दो मैच जीते हैं जबकि सनराइजर्स ने छह में से एक मैच में जीत दर्ज की है। रॉयल्स अंकतालिका में सातवें और सनराइजर्स सबसे नीचे आठवें स्थान पर है। इस मुकाबले से डेविड वार्नर की जगह केन विलियम्सन टीम की कमान संभालेंगे।

वार्नर का खेलना तय नहीं

अब तक सनराइजर्स की कप्तानी करने वाली डेविड वार्नर ने पिछले मुकाबले में हार के बाद अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की थी। उन्होंने अर्धशतक जरूर जमाया था, लेकिन लय में बिल्कुल नहीं थे। सनराइजर्स ने अपनी प्रेस रिलीज में यह कहा है कि राजस्थान के खिलाफ मुकाबले में टीम के विदेशी खिलाड़ियों के कॉम्बिनेशन में बदलाव किया जाएगा। इसलिए आशंका जताई जा रही है कि खुद वार्नर को बाहर बैठना पड़ सकता है। ऐसा होता है तो उनकी जगह जेसन रॉय को जॉनी बेयरस्टो के साथ ओपनिंग का मौका मिल सकता है।

राजस्थान के पास विदेशी संसाधनों की कमी

दूसरी ओर राजस्थान के पास विदेशी सितारों की कमी है। बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर और लियाम लिविंगस्टोन के न होने से टीम का बैलेंस अच्छा नहीं दिखता है। जोफरा आर्चर और बेन स्टोक्स की गैर मौजूदगी का रॉयल्स के प्रदर्शन पर काफी असर पड़ा है। बल्लेबाजी पूरी तरह से सैमसन पर निर्भर हो गई जो पहले मैच में 119 रन बनाने के बाद नहीं चल सके हैं। सलामी बल्लेबाज जोस बटलर अभी तक छह मैचों में एक भी अर्द्धशतक नहीं जमा सके। मध्यक्रम में डेविड मिलर ने पांच मैचों में बस एक अर्द्धशतक जड़ा है जबकि रियान पराग का सर्वाधिक स्कोर 25 रन रहा है।

फेल रहे हैं राजस्थान के स्पिनर्स

इस सीजन में अब तक राजस्थान के स्पिनर्स फेल रहे हैं। टीम की ओर से कुल 27 ओवर की गेंदबाजी हुई है। इसमें 10.30 की इकोनॉमी से सिर्फ दो विकेट आए हैं। हालांकि इस बार उनका मुकाबला ऐसी टीम से है जिसका बाउंड्री परसेंटेज इस सीजन में सबसे कम (46.77) है। ऐसे में राजस्थान की ओर से श्रेयस गोपाल को मौका मिल सकता है। गेंदबाजी में महंगे खरीदे गए क्रिस मौरिस छह मैचों में 11 विकेट ले सके हैं लेकिन टीम को अपने दम पर जिताने में नाकाम रहे। राहुत तेवतिया को छह मैचों में एक ही विकेट मिला है। तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने चार और बांग्लादेश के मुस्ताफिजुर रहमान ने छह मैचों में पांच विकेट लिए हैं। युवा चेतन सकारिया ने छह मैचों में सात विकेट चटकाए हैं।