स्पाइसजेट : क्रू मेंबर की लापरवाही से जल गई महिला यात्री, एयरलाइन ने मुआवजा देने से किया इनकार

स्पाइसजेट एयरलाइन की एक फ्लाइट में क्रू मेंबर की लापरवाही की वजह से महिला यात्री पर गर्म पानी गिरने का मामला सामने आया है। यह मामला 28 मार्च का है। दरअसल मुंबई से कोचीन जाने वाली फ्लाइट एसजी-153 में एक अटेंडेंट ने एक वरिष्ठ नागरिक को खौलता हुआ पानी सर्व किया, जिसे वह संभाल नहीं सके और गिलास का पानी बगल में बैठी महिला यात्री पर गिर गया। महिला काम के सिलसिले में यात्रा कर रही थी लेकिन इस घटना में उनकी जांघ में 20 फीसदी तक बर्न इंजरी हो गई। इसके चलते महिला को कोचीन एयरपोर्ट में ही रुकना पड़ा। महिला ने एयरलाइन से मुआवजे की मांग की, जिसके लिए उन्हें मना कर दिया गया।

माफीनामा भेज दिया, मुआवजा देने से किया इनकार


महिला यात्री ने बताया, 'कोचीन एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बैग चेक इन में मेरी मदद की और एयरपोर्ट पर डॉक्टर बुलाया गया। इसे ठीक होने में एक महीने लगेगा। मैंने एयरलाइन को मेल लिखा लेकिन उन्होंने सिर्फ माफीनामा भेज दिया और मुआवजा देने से भी इनकार कर दिया।' ग्राहक अधिकार मामलों को देखने वाले सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता पल्लव मोंगिया ने कहा, 'यह सर्विस में लापरवाही की बड़ी घटना है। अगर आप कंटेनर में इतना खौलता हुआ पानी दे रहे हैं जो कोई पकड़ भी नहीं पा रहा है तो इसमें गलती एयरलाइन की है न कि सहयात्री की।'

बता दे, नविता सिंह (बदला हुआ नाम) सीट नंबर 32एफ में बैठी थीं। उन्होंने बताया, 'एक बुजुर्ग शख्स उनके बगल वाली सीट में बैठे थे और एयर होस्टेज से गर्म पानी मंगवाया। अगर उन्होंने हल्का गर्म पानी सर्व किया होता तो यह हादसा नहीं होता।' उन्होंने बताया, 'मुझे बहुत दर्द हुआ और मैं उठकर केबिन क्रू के पास गई तो पीछे की तरफ गैलरी में थीं। उन्होंने मुझे बर्फ के टुकड़े दिए। मैंने अपना प्लाजो पैंट उठाया और गैलरी में ही खड़े होकर घाव पर बर्फ लगाई।'

नविता ने बताया, 'मैं बैठ नहीं पा रही थी क्योंकि खौलते पानी से मेरी स्किन दो जगह छिल गई थी और मांस दिख रहा था। हर एक मिनट के साथ दर्द बढ़ता जा रहा था। मैं उनसे गुजारिश की कि वह अनाउंसमेंट कराएं कि यात्रियों में क्या कोई डॉक्टर भी हमारे साथ सफर कर रहा है? लेकिन न ही उन्होंने अनाउंसमेंट कराया और न ही केबिन सुपरवाइजर इनचार्ज मुझे देखने आए।' उन्होंने बताया कि लैंडिंग के वक्त उन्होंने खुद ही अपना सूटकेस लेकर विमान से बाहर आना पड़ा। एयरलाइन के क्रू मेंबर ने कोई सहयोग नहीं दिया। जबकि एयरलाइन का कहना है कि फ्लाइट के क्रू मेंबर ने महिला यात्री को मदद ऑफर की थी।

स्पाइसजेट की सफाई

स्पाइसजेट ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वरिष्ठ नागरिक को गर्म या गुनगुना पानी चाहिए था। यह सुश्चित करते हुए कि पानी छलके नहीं इसलिए सावधानी बरती गई और क्रू ने सिर्फ आधा गिलास ही गर्म पानी दिया था। नमिता ने इसे नकारते हुए कहा कि उनके घाव से पता लगता है कि गिलास आधा भरा था या आधे से ज्यादा।

(इनपुट नवभारत टाइम्स से)