पॉलीग्राफी टेस्ट में आफताब ने कबूल किया अपना गुनाह, कोई अफसोस नहीं

मेहरौली में अपनी लिव-इन-पार्टनर श्रद्धा वालकर की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े करने के आरोपी आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा हो चुका है। पॉलीग्राफी टेस्ट में आरोपी आफताब ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। आफताब ने पॉलीग्राफी टेस्ट में माना है कि उसने ही श्रद्धा की हत्या की। लेकिन आफताब को श्रद्धा की हत्या करने का कोई अफसोस नहीं है। आफताब का पॉलीग्राफी टेस्ट करने वाले फॉरेंसिक अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है।आफताब ने कई लड़कियों से संबंध होने की बात भी कुबूल की है। इतना ही नहींपॉलीग्राफी टेस्ट के दौरान उसने ये भी मान लिया है कि श्रद्धा की हत्या के बाद शव के टुकड़े जंगल में फेंके थे। आफताब ने कहा कि उसने पहले ही पुलिस को सब कुछ बता दिया है। अब एक्सपर्ट आफताब के पॉलीग्राफी टेस्ट की फाइनल रिपोर्ट बना रहे हैं। रिपोर्ट जांच अधिकारी को सौंपी जाएगी। इस रिपोर्ट से पुलिस को जांच में सहयोग मिलने की उम्मीद है।

1 दिसंबर को होगा नार्को टेस्ट होगा

आफताब का 1 दिसंबर को नार्को टेस्ट होना है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आफताब पूनावाला के वकील अबिनाश कुमार ने बताया कि पुलिस ने आरोपी को एक दिसंबर और पांच दिसंबर को रोहिणी स्थित प्रयोगशाला ले जाने की अनुमति दिए जाने का अनुरोध किया था, जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया। पुलिस ने इससे पहले बताया था कि एफएसएल के विशेषज्ञों का एक दल रोहिणी स्थित बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल में नार्को जांच करेगा।

आपको बता दे, 18 मई 2022 को आफताब पर श्रद्धा की गला दबाकर हत्या की थी। श्रद्धा आफताब की गर्लफ्रेंड थी। दोनों मुंबई के रहने वाले थे। यहां वसई में दोनों लिव इन रिलेशन में रहते थे। बाद में दोनों ने दिल्ली रहने का फैसला किया। दोनों 8 मई से दिल्ली के महरौली में फ्लैट में लिव इन में रह रहे थे। 18 मई को श्रद्धा और आफताब का झगड़ा हुआ था। इसके बाद आफताब ने उसकी हत्या कर दी। इसके बाद आफताब ने उसके शव के 35 टुकड़े कर फ्रिज में रखा। वह रोज रात में महरौली के जंगल में शव के एक टुकड़े को फेंकने जाता था। आफताब को पुलिस ने 12 नवंबर को गिरफ्तार किया था।

जिसके बाद उसे 5 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया। पुलिस हिरासत को 17 नवंबर को 5 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया। अदालत ने 22 नवंबर को फिर से पूनावाला को 4 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा और उसके बाद 26 नवंबर को उसे 13 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।