हवा में कोरोना को मारने वाला फिल्टर तैयार, वैज्ञानिकों का दावा - 99.8% वायरस का करेगा खात्मा

दुनिया में कोरोना वायरस से अब तक 1 करोड़ 19 लाख 48 हजार 244 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 68 लाख 49 हजार 76 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, 5 लाख 46 हजार 547 की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना संक्रमण के प्रसार के लिए हवा को भी जिम्मेदार बताया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को यह स्वीकार कर लिया कि कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के 'हवा से फैलने' से फैलने के कुछ सबूत मिले हैं। दुनिया के 32 देशों के 239 वैज्ञानिकों का मानना है कि वायरस हवा में लगभग तीन घंटे तक रह सकता है। ऐसे में वैज्ञानिकों ने एक ऐसा फिल्टर बनाने का दावा किया है जो हवा में मौजूद कोरोना वायरस (Coronavirus) को ख़त्म करने में सक्षम है। ये हवा में मौजूद इस वायरस को छानकर अलग करता है और फिर उसे नष्ट कर देता है। वैज्ञानिकों के इस अविष्कार से बंद स्थानों मसलन स्कूलों, अस्पतालों के अलावा विमानों में कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है।

अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन (यूएच) के अध्ययन में शामिल झिफेंग रेन ने कहा, 'यह फिल्टर हवाई अड्डों और हवाई जहाजों में, कार्यालय भवनों, स्कूलों और क्रूज जहाजों में कोविड-19 को फैलने से रोकने में उपयोगी साबित हो सकता है।'

उन्होंने कहा, 'वायरस को फैलने से रोकने में मदद करने की इसकी क्षमता समाज के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकती है।'

जर्नल 'मैटरियल्स टूडे फिजिक्स' में प्रकाशित अध्ययन के मुताबित इस 'एयर फिल्टर' ने अपने से गुजरने वाली हवा में एक बार में 99.8% नोवल कोरोना वायरस को समाप्त कर दिया। अध्ययन में कहा गया कि इस उपकरण को व्यावसायिक रूप से उपलब्ध निकेल फोम को 200 डिग्री सेल्सियस तक गर्म कर बनाया गया। इसने घातक जीवाणु बैसिलस एन्थ्रेसिस के 99.9% बीजाणु को नष्ट कर दिया। बैसिलस एन्थ्रेसिस से एन्थ्रेक्स बीमारी होती है।

वैज्ञानिकों के अनुसार चूंकि यह वायरस हवा में लगभग तीन घंटे तक रह सकता है तो एक ऐसा फिल्टर बनाने की योजना थी जो इसे जल्द समाप्त कर दे और विश्व भर में दोबारा कामकाज शुरू होने के कारण उनका मानना है कि बंद स्थानों में वायरस को नियंत्रित करना जरूरी है। रेन ने कहा कि निकेल फोम कई अहम जरूरतों को पूरा करता है। अनुसंधानकर्ताओं ने एक बयान में कहा, 'यह छिद्रयुक्त है जिससे हवा का प्रवाह होता है और विद्युत सुचालक भी है, यह लचीला भी है।'