हिंदी दिवस मनाया जाना क्यों है जरूरी, इन पहलुओं को समझने की है जरूरत

हिंदी भाषा के सम्मान में पूरे देश में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता हैं। लेकिन क्या केवल हिंदी दिवस मनाए जाने से ही काम समाप्त हो जाता हैं। जी नहीं, हमें इसके पीछे के मुख्य उद्देश्य को समझना भी बेहद जरूरी हैं। हांलाकि सामान्य तौर पर एक हिंदी भाषी देश होने और हिंदी का हमारे देश की राजभाषा होना, इस हिंदी दिवस का कारण हैं। लेकिन इसके अलावा भी हिंदी दिवस से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलू और उद्देश्य हैं, जिन्हें समझकर जीवन में उतारना बेहद जरूरी हैं।

यदि आकड़ो पे गौर करें तो हमें पता चलता है कि चीनी, स्पैनिश और अंग्रेजी के बाद हिंदी विश्व की चौथी सबसे बड़ी भाषा है, फिर भी इसका पूर्ण ज्ञान रखने वालो तथा इसे अच्छे से समझने तथा पढ़ने वालो की वास्तविक संख्या काफी कम है। वर्तमान समय में हिंदी भाषा पर अंग्रेजी का प्रभाव दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और यदि यह इसी तरह से जारी रहा तो वह दिन दूर नही जब इसके अस्तित्व पर संकट खड़ा हो जायेगा।

हिंदी दिवस का मुख्य उदेश्य लोगो के मध्य इसके उपयोग को बढ़ावा देना तथा इसका प्रचार-प्रसार करना है। इसी वजह से इस दिन हिंदी भाषा में अच्छा कार्य करने वाले व्यक्तियों तथा संस्थाओ को कई प्रकार के विशेष सम्मान प्रदान किए जाते है। ताकि लोगो के मध्य हिंदी के उपयोग को प्रोत्साहित किया जा सके। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि हमारे देश में लोग राजभाषा के महत्व को नही समझ पा रहे है। इसलिए इस दिन को लोगो को हिंदी का महत्व समझाने तथा उनके बीच इसके उपयोग को बढ़ाने के लिए समर्पित किया गया है।