गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा (Pulwama Blast) में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला (Terrorist Attack) हुआ है। पुलवामा (Pulwama) में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर शुक्रवार सुबह सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी (CCS) की बेहद अहम बैठक शुरू हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं। जम्मू-कश्मीर में हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में पुलवामा में CRPF के 38 जवान शहीद हुए हैं। प्रधानमंत्री कार्यलय में होने वाली इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और विदेश मंत्री शामिल हुए हैं। साथ ही इस अहम बैठक में NSA और NSC के सदस्य भी हिस्सा ले रहे हैं।
बता दे, हमले में CRPF के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए हैं। सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले में करीब 350 किलो IED का इस्तेमाल हुआ। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) ने हमले की जिम्मेदारी ली और इसे आत्मघाती बताया। इस घटना से पूरे देश में रोष का माहौल है। इस नापाक हरकत के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पूरे देश में मांग की जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उरी के बाद यह देश पर सबसे बड़ा हमला है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाकर किए गए आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। बता दें कि यह हमला श्रीनगर से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर हुआ है। पीएम मोदी ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए कहा है कि जवानों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा।