UP News: नूपुर शर्मा पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रयागराज-सहारनपुर में पथराव, मुरादाबाद में उग्र प्रदर्शन

भाजपा नेता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ दिए विवादित टिप्पणी को लेकर उठा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा। शुक्रवार को जुमा की नमाज के बाद देश के कई शहरों में नूपुर शर्मा के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को भारी मशक्कत भी करनी पड़ी। प्रयागराज में नमाज के बाद भीड़ ने प्रोटेस्ट किया और जमकर पत्थरबाजी की गई। मुरादाबाद में उग्र भीड़ ने 'नूपुर शर्मा को फांसी दो' की तख्तियों-बैनर के साथ प्रदर्शन किया। मुरादाबाद के मुगलपुरा क्षेत्र में जुमे की नमाज के बाद अचानक कुछ लोगों ने चौराहे पर आकर प्रदर्शन किया। इस मौके पर भारी संख्या में पहुंची पुलिस ने सभी को शांत कराकर घर भेज दिया। सहारनपुर में जुमे की नमाज के बाद अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगे। दहशत में आस-पास की दुकानों के शटर गिर गए। इसके बाद यहां पथराव किया गया है। सहारनपुर में भीड़ इतनी उग्र हो गई थी कि पुलिस को लाठीचार्ज भी सजा पड़ा। जवाब में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पत्थरबाजी भी की। हालांकि, अब सब कंट्रोल में है।

कानपुर में बेकनगंज के तीन किमी के दायरे में 9 कंपनी PAC में 800 जवान, 3 कंपनी RAF में 375 जवान, 7 कंपनी क्विक रिस्पॉन्स टीम में 75 जवान और पुलिस के 3 हजार जवानों के तैनात होने से शांति है। सोशल मीडिया पर भी नजर रखने के लिए 100 से ज्यादा लोगों की टीम लगाई गई है।

लखनऊ की टीले वाली मस्जिद पर भारी पुलिस बल तैनात है। ज्वाइंट कमिश्नर पुलिस लॉ एंड ऑर्डर पीयूष समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, 4 सेंट्रल समेत छह कंपनियां पीएसी की तैनात हैं। एडीसीपी पश्चिम चिरंजीवी नाथ सिन्हा ने बताया कि जुम्मे की नमाज को लेकर राजधानी लखनऊ को 9 जोन 36 सेक्टर में बांटा गया है।

क्या है मामला?

बीजेपी से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद विवाद काफी बढ़ गया था। यहां तक कि अरब देशों ने भी नूपुर शर्मा की टिप्पणी की निंदा की थी। इसके बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया। विवाद बढ़ने के बाद नूपुर शर्मा ने भी माफी मांगी थी और अपना बयान वापस लिया था। उन्होंने कहा था, मैं अपने शब्द वापस लेती हूं। उन्होंने कहा कि मेरी मंशा किसी को ठेस पहुंचाने की नहीं थी, अगर मेरे शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।