कोर्ट पहुंचा सीएम योगी आदित्यनाथ के 'अब्बाजान' वाले कथन का विवाद, बिहार में दायर हुई याचिका

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यूपी के कुशीनगर में एक कार्यक्रम में कथित तौर पर कहा था कि 2017 में उनके सत्ता में आने के बाद ही उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली प्रभावी हो सकी, क्योंकि इससे पहले गरीबों के राशन का इस्तेमाल 'अब्बा जान कहने वाले' करते थे। उनके इस कथन का विवाद अब कोर्ट पहुंच चुका हैं और बिहार के मुजफ्फरपुर की एक अदालत में आज सोमवार को एक याचिका दायर की गई है। इसमें एक भाषण में योगी की विवादित 'अब्बा जान' वाली टिप्पणी को लेकर आपत्ति जताई गई है।

मुजफ्फरपुर की सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में याचिका दायर की। सीएम पर मुस्लिमों की धार्मिक भावनाएं आहत करने को लेकर केस दर्ज करने की मांग की गई है। तमन्ना ने आरोप लगाया है कि भाजपा नेता की टिप्पणी से मुस्लिम समुदाय, जिससे वह संबंधित हैं, का अपमान हुआ है। सीएम योगी द्वारा अब्बाजान शब्द का इस्तेमाल मुसलमानों द्वारा अपने पिता को संबोधित करने के लिए किया जाता है।

अतीत में कई राजनेताओं के खिलाफ याचिका दायर करने वाली तमन्ना हाशमी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है। तय अदालती प्रक्रिया के अनुरूप इस याचिका पर सुनवाई हो सकती है।