नीदरलैंड में दिया गया 50000 बकरियों को मारने का आदेश, संपर्क से फैल रहा निमोनिया

पूरी दुनिया इस समय कोरोना के कहर को झेल रही हैं। हांलाकि वैक्सीनेशन ने थोड़ी राहत दिलाई हैं। लेकिन इस समय नीदरलैंड कोरोना के साथ अब निमोनिया का कहर भी झेल रहा हैं। जी हां, नीदरलैंड में बकरियों के संपर्क में आने से निमोनिया फैल रहा हैं जिसे देखते हुए नीदरलैंड की सरकार ने 50,000 बकरियों को मारने का दिया आदेश दिए हैं। निमोनिया रोग फैलने के बाद इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि कहीं अब ये बकरियां देश में महामारी लाने वाली तो नहीं है?

दरअसल, वहां के लोग ये सब इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पिछले 12 सालों में नीदरलैंड के दक्षिणी हिस्से में स्थित डेयरी फार्म में बकरियों के बीच गर्भपात के मामले बहुत ज्यादा बढ़े हैं। जिसके बाद पशु चिकित्सकों को बकरियों के सैंपल भेजे गए हैं। 9 से 10 नमूनों में कोई जवाब नहीं मिला। आखिरकार 2008 में नीदरलैंड के नूर्ड-ब्रांट प्रांत में श्वसन संक्रमण क्यू (Q) बुखार के रोग की पुष्टि हुई। इस बीमारी ने बकरियों, भेड़ और मवेशियों सहित कई अन्य पशुओं को संक्रमित करना शुरू कर दिया है।

इस भयानक रोग से नीदरलैंड के लोगों को बचाने के लिए नीदरलैंड की सरकार ने 50,000 बकरियों को मारने का दिया आदेश दिए हैं। क्योंकि अब लोग भी इसकी चपेट में आने लगे हैं। संक्रमित हुए आधे लोगों को इस बीमारी से परेशानी झेलनी पड़ी। कई लोगों को इस रोग की वजह से दिल का दौरा भी पड़ गया और उनकी मौत हो गई। नतीजा यह है कि अब तक इस बीमारी से 95 लोगों की जान जा चुकी है।

वैज्ञानिकों एवं पशु विशेषज्ञों ने बताया कि निमोनिया के मामलों को बकरी के फार्म से जुड़ा पाया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि बकरी के फार्म के पास रहने वाले लोगों में 20 से 55 फीसदी अधिक निमोनिया के शिकार हुए हैं। जो लोग फार्म के एक से डेढ़ किलोमीटर के रेडियस में रहते हैं उनमें खतरा अधिक पाया जा रहा है।