Paytm के मालिक विजय शेखर शर्मा Vijay Shekhar Sharma का पर्सनल डाटा चुराकर 20 करोड़ रुपए उगाही करने का मामला सामने आया है। विजय शर्मा का निजी डाटा कंपनी के ही तीन कर्मचारियों ने चुराया और फिर उन्हें ब्लैकमेल किया। पुलिस ने ब्लैकमेल करने वाले तीनों कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक महिला भी शामिल है, जो विजय की सेक्रेटरी बताई जा रही है। उसका नाम सोनिया धवन है। ब्लैकमेलिंग मामले में मुख्य आरोपी सोनिया धवन पिछले महीने ही वाइस प्रेजिडेंट की पोस्ट पर प्रमोट किया गया था। बता दें कि इसी कंपनी में पिछले आठ सालों में सोनिया की सैलेरी 7 लाख से बढ़कर 85 लाख सालाना तक पहुंच गई थी। सोनिया धवन, पति रूपक जैन और पेटीएम के एक अन्य एंप्लॉयी देवेन्द्र कुमार पर विजय शेखर शर्मा का निजी डेटा लीक कर ब्लैकमेलिंग का आरोप है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ब्लैकमेलिंग का पूरा प्लान इन्हीं तीनों ने बनाया था और जब विजय के पास फिरौती का कॉल आया तो सोनिया लगातार सलाह देती रही कि मामले को न बिगाड़ते हुए 'पेमेंट' कर दिया जाना चाहिए।
2010 में पेटीएम ज्वाइन किया था- सोनिया का करियर रिकॉर्ड बहुत शानदार रहा है। उन्होंने जनवरी 2010 में पेटीएम ज्वाइन किया था। - उन्होंने शुरुआत पेटीएम फाउंडर विजय शेखर की सेक्रेटी के रूप में की थी। फिर वो कंपनी में लगातार तरक्की करती गईं।
- सोनिया इससे पहले टाइम्स इंटरनेट और केर्न इंडिया में बिजनेस आपरेशंस मैनेजर और कारपोरेट आफिसर के रूप में काम कर चुकी थीं।
शुरुआती जांच में सामने आया है कि सोनिया ने ही देवेन्द्र के साथ मिलकर विजय के लैपटॉप से डेटा लीक किया था। हालांकि एक अन्य चौथे व्यक्ति के जरिये फिरौती की कॉल्स कराइ जा रही थीं। छानबीन में सामने आया है कि सोनिया ही इस शख्स को लगातार बता रहीं थीं कि क्या कहना है और इधर अपने बॉस को भी पैसे दे देने के लिए मना रही थीं। विजय ने भी पुलिस को बयान दिया है कि सोनिया लगातार कह रही थी कि 'अभी पेमेंट कर दीजिए आप, क्या पता कैसा डेटा हो।'
पुलिस को आशंका है कि आरोपियों ने इस वारदात को प्रॉपर्टी खरीदने के मकसद से अंजाम दिया था। ये लोग करोड़ों रुपए की एक प्रॉपर्टी खरीदने के लिए मोलभाव भी कर रहे थे लेकिन इन तीनों के पास इतना पैसा नहीं था।
कोर्ट ने मंगलवार को तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। सोनिया और देवेंद्र के घर से एक हार्ड डिस्क भी मिली है जिसमें कंपनी से जुड़ा काफी अहम डेटा है। जांच अधिकारी एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा ने बताया कि दस साल पहले सोनिया ने पेटीएम में नौकरी शुरू की थी। उस वक्त सोनिया ने कंपनी में दस करोड़ की हिस्सेदारी मांगी थी। इस वजह से सोनिया खुद की कंपनी को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका मानती है। देवेंद्र और सोनिया ने दस साल पहले एक साथ इस कंपनी में नौकरी शुरु की थी। देवेंद्र का कंपनी में कोई प्रमोशन नहीं हुआ, जबकि सोनिया प्रमोशन पाकर शेखर की पर्सनल सेक्रेटरी बन गई थी।
खबर है कि सेक्रेटरी सोनिया का पति रूपक जैन कमाने के मामले में फेल था और कुछ खास नहीं कर पा रहा था। घर के खर्चे और फैशन आदि पर भी सोनिया के द्वारा ही कमाए पैसे पर ही मौज करता था। कई बार सोनिया ने एडवांस भी रुपये लिए थे और उस समय पति के द्वारा रुपये खर्च करने की बात कही थी।
कंपनी के सूत्रों का दावा है कि सोनिया और उसके पति के बहुत ही अनाप शनाप खर्चे थे और इस कारण वह तनाव में आ जाती थी। कर्मचारी होने के नाते हुए कई बार समझाया गया था। सोनिया पति के साथ प्रतीक लोरियल सोसायटी में रहती थी।