
पहलगाम में हुए हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के पर्यटन उद्योग पर गहरा असर पड़ा है। लोकल सर्कल्स द्वारा किए गए हालिया सर्वे में यह सामने आया है कि 10 में से 6 परिवार अब 2025 में कश्मीर यात्रा की योजना और बुकिंग को रद्द करने पर विचार कर रहे हैं। यह स्थिति आने वाले समय में कश्मीर पर्यटन को बड़ा झटका दे सकती है। सर्वे में शामिल 10 में से 3 यात्री अभी भी अगले तीन वर्षों में कभी भी कश्मीर जाने की संभावना को खुला रखे हुए हैं, जबकि अन्य 3 यात्री सरकार की ओर से सुरक्षा की स्थिति और संकट से निपटने के तरीके के आधार पर अपनी यात्रा की योजना बनाएंगे।
2025 की प्लानिंग पर बुरा असरसर्वे में सबसे पहले उन यात्रियों से सवाल पूछा गया, जिन्होंने 2025 में कश्मीर जाने की योजना बनाई थी या बुकिंग कर रखी थी। उनसे पूछा गया – क्या आप या आपका परिवार मई से दिसंबर 2025 के बीच छुट्टी या धार्मिक पर्यटन के लिए कश्मीर जाने की योजना बना रहा था? इस सवाल का जवाब 6,807 लोगों ने दिया, जिसमें से 62% ने कहा – हां, हम यात्रा की योजना बना रहे थे। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। अधिकांश लोगों ने कहा कि वे अब बुकिंग रद्द कर रहे हैं, जबकि केवल 38% यात्रियों ने कहा कि वे अपनी योजना पर अभी भी कायम हैं और कश्मीर जाने का इरादा रखते हैं।
इसका सीधा मतलब है कि जो लोग मई-दिसंबर 2025 के बीच कश्मीर जाने की तैयारी कर रहे थे, उनमें से 10 में से 6 अब अपनी यात्रा की योजना को या तो स्थगित कर रहे हैं या पूरी तरह रद्द कर रहे हैं।
अगले 3 वर्षों की मानसिकता और रुझानसर्वेक्षण में इस हमले के बाद यात्रियों के आगामी तीन वर्षों के यात्रा दृष्टिकोण को भी शामिल किया गया। यह सर्वे देशभर के 361 जिलों से आया था, जिसमें कुल 21,000 से अधिक लोगों की प्रतिक्रियाएं शामिल हुईं। इनमें से 63% पुरुष और 37% महिलाएं थीं। 41% टियर-1 शहरों से, 28% टियर-2 और 31% टियर-3, टियर-4 और ग्रामीण क्षेत्रों से शामिल हुए।
पिछले वर्षों का ट्रेंड क्या कहता है?हाल के वर्षों में कश्मीर पर्यटन में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है। पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा को जानकारी दी थी कि 2025 में अब तक 2.3 करोड़ पर्यटक राज्य का दौरा कर चुके हैं।
पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार: 2022 में: 1.88 करोड़ (18,884,317) पर्यटक
2023 में: 2.11 करोड़ (21,180,011) पर्यटक कश्मीर आए
तीर्थ और पर्यटन दोनों पर असरपर्यटन क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि वे इस साल अलगाववादियों के बंद के आह्वान से मुक्त एक सकारात्मक सीजन की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन पहलगाम में हुआ हमला आने वाले पर्यटकों और खासकर अमरनाथ यात्रियों के मन में असुरक्षा की भावना भर सकता है। अमरनाथ यात्रा, जिसके लिए पंजीकरण प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली थी, उसके प्रति लोगों की भावना पर भी इसका असर पड़ना तय माना जा रहा है। राज्य के पर्यटन विभाग के अनुसार, 2023 में 2.1 करोड़ (21 मिलियन से अधिक) तीर्थयात्री अमरनाथ यात्रा के लिए कश्मीर पहुंचे थे, जिससे इसकी धार्मिक और आर्थिक अहमियत और भी बढ़ जाती है।