जाने क्यों दिया था पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक का नाम 'ऑपरेशन बंदर', जुड़ा है हनुमान जी से

पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर जैश-ए-मोहम्मद के कैंप को ध्वस्त कर दिया था। इस हमले में तकरीबन 300 आतंकियों के मारे जाने की बात कही गई थी। यह पहला ऐसा मौका था, जब भारतीय वायुसेना ने पाक सीमा में घुसकर आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया था। बालाकोट में एयर-स्ट्राइक‌ को भारतीय वायुसेना ने 'ऑपरेशन बंदर' नाम दिया गया था। सूत्रों ने कहा कि 'बंदर' नाम इसलिए दिया गया क्‍योंकि बंदरों की हमेशा से ही भारत के युद्ध इतिहास में अहम भूमिका रही है। रामायण काल में भी भगवान राम की सेना के सेनापति हनुमान थे। जिन्‍होंने लंका में घुसकर उसे तहस-नहस कर दिया था। ठीक उसी तरह वायुसेना के मिराज 2000 लड़ाकू विमानों को बालाकोट में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के ट्रैनिंग कैंप को नष्ट करना था। जिन इजरायली प्रेशिसयन बम, स्पाईस का इस्तेमाल किया गया था वो भी अपने टारगेट को पूरी तरह जला देता है।

ऑपरेशन बंदर में 5000 वायुसैनिक थे शामिल

आपको बता दें कि इस 'ऑपरेशन बंदर' में वायुसेना के करीब 5000 वायुसैनिक और अधिकारियों को शामिल किया गया था। इतनी बड़ी तादाद में वायुसैनिकों को शामिल करने से ऑपरेशन की जानकारी लीक होने का अंदेशा था, इसलिए इसे गुप्त नाम दिया गया था। हाल ही में चुनाव के दौरान, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी खुलासा किया था कि उन्होनें 'जय बजरंग बली' कहकर एयर-स्ट्राइक करने की इजाजत दी थी। क्योंकि‌ उस रात आसमान में बादल घिरे हुए थे।

सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना ने भी अपनी तैयारियों को कोडवर्ड दिया था। ये नाम था 'जाफरान' (यानि केसर)। बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भारत को अंदेशा था कि पाकिस्तान सीमा पर (और एलओसी) पर कोई सैन्य कारवाई ना कर दे इसके लिए सेना को अपनी सीमाएं तो सुरक्षित रखनी ही थी साथ ही पाकिस्तान में घुसकर हमला करने के भी तैयारी की गई थी।

जानकारी के मुताबिक, बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान भारतीय नौसेना अरब सागर में 'ट्रोपेक्स' एक्सरसाइज कर रही थी। इसलिए नौसेना के युद्धपोतों और पनडुब्बियों को सीधे पाकि‌स्तान की तरफ मोड़ दिया गया था ताकि जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान के सी-रूट (समुद्री रास्ते) रोककर ईकनोमिक-ब्लोकेड कर दिया जाए।

बता दे, पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था। 14 फरवरी को हुए इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके ठीक 13वें दिन भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के ठिकाने पर हमला किया था। बालाकोट में भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान अब दुनिया भर को यह बताने में जुटा है कि उसकी जमीन पर कोई भी आंतकी कैंप संचालित नहीं हो रहा है। दुनिया भर में अपनी जमीन पर आतंक को पलने की छूट देने वाले पाकिस्तान ने दावा किया था कि उनसे अपनी जमीन पर आतंकी कैंप बंद करा दिए हैं।