ओडिशा: तट पर मिसाइल परीक्षण, निकटवर्ती गाँवों से 10,000 से अधिक लोगों को अस्थायी रूप से हटाया

भुवनेश्वर। बुधवार को होने वाले मिसाइल परीक्षण से पहले ओडिशा तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) के निकटवर्ती गांवों के 10,000 से अधिक लोगों को अस्थायी रूप से स्थानांतरित कर दिया गया है।

सुरक्षा उपायों के तहत, रक्षा अधिकारियों ने बालासोर जिला प्रशासन की मदद से आईटीआर के लॉन्चिंग कॉम्प्लेक्स III के 3.5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले 10 गांवों से बच्चों और मवेशियों सहित 10,581 लोगों को निकटवर्ती इलाकों में स्थित चक्रवात आश्रय स्थलों में पहुंचाया।

बर्धनपुर से 2127, जयदेवकासाबा से 2725 और सहजनगर से 477 लोगों को बर्धनपुर बहुउद्देशीय चक्रवात आश्रय में स्थानांतरित किया गया है। भीमपुर से 1823, छछीना से 479 और दोमुहानपटना से 41 लोगों को भीमपुर बहुउद्देशीय चक्रवात आश्रय में स्थानांतरित किया गया है; कंटार्दा से 391, खाडुपही से 803, टुंडारा से 408 और कुसुमुली से 1307 लोगों को कलमटिया बहुउद्देशीय चक्रवात आश्रय में स्थानांतरित किया गया है।

एक अधिकारी ने बताया, हमने आश्रय गृहों में लोगों के आरामदायक रहने के लिए व्यापक व्यवस्था की है। पुलिस अधिकारियों की तीन अलग-अलग टीमें उनकी सुरक्षा कर रही हैं, जबकि विस्थापित लोगों को जरूरत पड़ने पर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए तीन चिकित्सा दल तैयार रखे गए हैं। इसके अलावा, तीन पशु चिकित्सा दल और दमकल कर्मियों को भी तैनात किया गया है।

संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार, अस्थायी रूप से विस्थापित लोगों को मुआवजे के रूप में 300-300 रुपये और भोजन के लिए 100-100 रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे। इसके अलावा, मवेशियों के भोजन के खर्च के लिए प्रति परिवार 100 रुपये दिए जाएंगे।

बालासोर और भद्रक जिलों के मछुआरों को भी समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है, जबकि मोटर बोट में सवार पुलिसकर्मियों को चौबीसों घंटे तट पर गश्त करने के लिए तैनात किया गया है।

अधिकारी ने कहा, गांव वालों को कम से कम 10 घंटे के लिए वहां से हटाया जाएगा। रक्षा अधिकारियों के निर्देश के अनुसार, इस क्षेत्र को जोखिम मुक्त बना दिया गया है।

इस बीच, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित एक नई मिसाइल प्रणाली के प्रायोगिक परीक्षण के लिए मंच तैयार है। इस महत्वपूर्ण परीक्षण के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं। यदि सब कुछ योजना और कार्यक्रम के अनुसार हुआ, तो मिसाइल का निर्धारित समय पर उड़ान परीक्षण किया जाएगा।