नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी और उससे सटे इलाकों में त्योहारों का सीजन शुरू होते ही हवाएं जहरीली होनी शुरू हो गई हैं, जिससे लोगों के त्योहारों के रंग में भंग पड़ गया है। सोमवार को यानी कि आज दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी बहुत खराब बताई गई है। दिल्ली का 24 घंटे का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) सोमवार सुबह 309 रहा, जो एक दिन पहले से थोड़ा बेहतर है। हालांकि ये भी आंकड़े डराने वाले हैं। दिल्ली के लगभग सभी इलाकों में आज सुबह हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई, जिसमें वजीरपुर क्षेत्र सबसे कम रहा, जहां AQI 436 था, जिससे हवा सांस लेने के लिए ‘खतरनाक’ हो गई। इस बीच एक बार फिर ऑड-ईवन के लागू होने की संभावना बताई जा रही है।
दर्ज की गई बहुत खराब एयर क्वालिटीसेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के क्षेत्रों में भी ‘बहुत खराब’ एयर क्वालिटी दर्ज की गई, जिसमें फरीदाबाद में 346, गुरुग्राम में 268 और नोएडा में 312 AQI दर्ज किया गया है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के मुद्दे पर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कहा, ‘दिल्ली में ठंड बढ़ने लगी है और हवा की स्पीड कम हो गई है, इससे प्रदूषण में वृद्धि हो सकती है। माइक्रो पार्टिकल्स जमीन के करीब रह रहे हैं।’ मंत्री ने बताया कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) का दूसरा फेज दिल्ली में लागू किया गया है और जीआरएपी फेज 2 को लागू करने को लेकर चर्चा के लिए सभी संबंधित विभागों के साथ एक बैठक बुलाई गई है।
दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा, “मौसम हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन जिन वजहों से प्रदूषण बढ़ रहा है उनको नियंत्रित करने की आवश्यकता है। GRAP 2 मुख्य रूप से सफाई और पानी के छिड़काव आदि के बारे में है। बसों और ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी। दोपहर 12 बजे (आज) एक बैठक बुलाई गई है। हमने आसपास के राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों से बात की और उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे पराली जलाने पर कार्रवाई करेंगे। दिवाली, पराली और दशहरा के कारण अगले 10 से 15 दिन दिल्ली की एयर क्वालिटी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।’
रविवार को गिरा था AQIरविवार को, इस सीजन में 17 मई के बाद पहली बार दिल्ली का AQI 313 तक गिर गया। दिल्ली में पिछली बार 17 मई को “बहुत खराब” वायु गुणवत्ता दर्ज की गई थी, जब AQI 336 था। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों के अनुसार, तापमान में गिरावट और पराली जलाने से होने वाले उत्सर्जन के कारण दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता अगले कुछ दिनों तक “बहुत खराब” रहेगी। एक अधिकारी ने कहा, हवा की गति धीमी है और पिछले दो वर्षों के विपरीत अक्टूबर में कम बारिश हुई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार की निर्णय समर्थन प्रणाली का अनुमान है कि सोमवार से धान की पराली जलाने में बढ़ोतरी हो सकती है।