विश्वभर में क्रिकेट प्रेमियों की भरमार हैं। फिर 7 अप्रैल से तो आईपीएल 2018 का शुभारम्भ होने जा रहा हैं। आईपीएल में छक्कों की बारिश देखने को मिलती हैं। शायद ही ऐसा कोई बॉलर होगा जिसकी बाल पर आईपीएल में छक्का नहीं जादा गया होगा। लेकिन क्रिकेट दुनिया में ऐसे कई गेंदबाज भी आये हैं जिन्होनें अपना सिक्का जमाया हैं। आज हम आपको एक ऐसे गेंदबाज के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी गेंद पर आज तक कोई भी बल्लेबाज छक्का नहीं लगा सका। इनके अलावा शायद ही कोई गेंदबाज होगा जिनकी बॉल पर उनके करियर में छक्का नहीं पड़ा होगा। तो आइये जानते हैं इस गेंदबाज के बारे में।
इस खिलाड़ी की गेंद पर छक्का मारना मानो मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन सा हो गया था। हर इंटरनेशनल टीम के बल्लेबाज़ों ने इनकी बोल पर छक्का जड़ने की कोशिश की लेकिन सभी ना काम रहे। आखिर कौन था ऐसा गेंदबाज जिससे सदी के सभी बल्लेबाज डरते थे। तो आइए बताते हैं आपको इस महान गेंदबाज के बारे में।ये खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि वेस्टइंडीज के सुपरफास्ट गेंदबाज सर कर्टली एम्ब्रोज हैं। सर कर्टली एम्ब्रोज का जन्म 21 सितम्बर 1963 को स्वेट्सअंगुआ में हुआ था। कर्टली ने सन 1988 में पाकिस्तान के खिलाफ़ अपना टेस्ट डेब्यू खेला था। 6 फुट 7 इंच का ये गेंदबाज वेस्टइंडीज के उन गेंदबाजों में आता है जिनसे सभी टीमें घबराती थी। इन्होंने क्रिकेट करीयर में करीबन 98 मैच खेले जिनके दौरान इनकी एक भी गेंद पर कोई भी बल्लेबाज छक्का नहीं लगा सका
*सर कर्टली एम्ब्रोज अपने टेस्ट जीवन में 409 विकेट लिए थे जिसका औसत 20।99 था। सर कर्टली एम्ब्रोज उस जमाने के गेंदबाज हैं जब बाउंसर गेंद फेकने की कोई सीमा नहीं होती थी। इसी बात का फायदा उठाते हुए 6 फीट7 इंच लम्बे कर्टलीएम्ब्रोज 6 की 6 गेंदे बाउंसरफेका करते थे। कर्टली एक ऐसे खिलाड़ी थे जो अपने जीवन काल में हमेशा आईसीसी रैंकिंग में नंबर 1 पर रहे है। उन्हें उनके समय का कोई भी खिलाड़ी पीछे नहीं छोड पाता था। कोशिश तो कइयों ने की लेकिन सभी ना काम रहे।
*सर कर्टली एम्ब्रोज ने अपने 98 टेस्ट मैचों में 22 पारियों में 5 विकेट ली थी और 3 पारियों में पुरे 10 लेने का रिकॉर्ड कायम किया था। अफसोस की बात ये है की लगातार कंधे पर चोट लगने के और फिट न हो पाने के कारण कर्टली को अपने क्रिकेट करियर से अलविदा कहना पड़ा। कर्टली ने 28 दिसंबर 2000 को क्रिकेट से सन्यास ले लिया था। कर्टली को क्रिकेट छोडे हुए आज भले ही 18 साल हो गए हो लेकिन उन्हें आज तक कोई क्रिकेट प्रेमी नहीं भुला पाया है।