गणतंत्र दिवस की परेड में सेना की टुकड़ियों के साथ कई राज्यों और सरकारी मंत्रालयों की झाकियाँ भी देखने को मिलती हैं। पीछले साल की परेड में दिल्ली की झांकी देखने को नहीं मिली थी जो इस बार देखाई देगी। इस साल गणतंत्र दिवस पर महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ पूरी होने जा रही है, जिसके चलते परेड के ख़ास मौके पर दिल्ली की झांकी जिसकी थीम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित है, उसे भी शामिल किया गया हैं। इसी के साथ स्वदेशी और विदेशी तोप K-9 वज्र और M-777 होवित्जर तोप भी परेड में नजर आएंगी।
झांकी की थीम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा दिल्ली में बिताए गए 720 दिनों पर आधारित होगी। दिल्ली सरकार ने महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ को समर्पित कैलेंडर 2019 भी लॉन्च किया है। सरकार के कैलंडर में महात्मा गांधी की 150 वीं वर्षगांठ की याद में उनके दिल्ली में अनेक प्रवासों को शामिल किया गया है। वर्ष 1915 और 1948 के दौरान वे 80 बार दिल्ली आए और 720 दिन यहां ठहरे। इस दौरान भारतीय स्वतंत्रता से संबंधित कार्यो को आगे बढ़ाने के लिए बाल्मीकि बस्ती से लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रमुख कालेजों की यात्रा की। झांकी के जरिए यह दिखाया जाएगा। गांधी जी सेंट स्टीफंस में 1915 में प्रथम दौरे से लेकर 1948 में बिड़ला हाउस में अंतिम समय तक दिल्ली से जुड़े रहे, जहां पर उन्होंने अपने जीवन के 144 दिन गुजारे थे।
दिल्ली के लोगों ने तीन साल के इंतजार के बाद 2017 में गणतंत्र दिवस की परेड में दिल्ली की झांकी देखी थी। उसके अगले साल दिल्ली की झांकी नहीं निकली लेकिन अब एक बार फिर से परेड में झांकी होगी। आम आदमी पार्टी सरकार के कार्यकाल में दूसरी बार दिल्ली की झांकी परेड में होगी। 2017 की दिल्ली की झांकी की थीम शिक्षा थी। हर साल की तरह दिल्ली सरकार के दिल्ली पर्यटन विभाग की ओर से विषय आधारित कैलेंडर प्रकाशित किया जाता है। इस बार के कैलंडर का विषय गांधी जी के जीवन और दिल्ली के साथ उनके संबंधों पर आधारित है।