महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना के गठबंधन की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई। महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में शिवसेना 23 और बीजेपी 25 सीटों पर लड़ेगी। फडणवीस ने कहा कि 'अब हमारे बीच कोई गलतफहमी नहीं है।' सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को दोनों दलों का गठबंधन आगामी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में बरकरार रहने की घोषणा की। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बीच सोमवार को मातोश्री में 50 मिनट तक चली बैठक में यह फैसला लिया गया। महाराष्ट्र में दोबारा सत्ता में आने पर बीजेपी और शिवसेना के बीच पद और ज़िम्मेदारियों का समान रूप से बंटवारा किया जाएगा। शिवसेना के साथ भाजपा के गठबंधन का ऐलान अमित शाह और उद्धव ठाकरे संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके किया।
इस मौके पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ''बीजेपी शिवसेना के करोड़ों कार्यकर्ताओं की मन की बात पूरी हो गई है। सभी चाहते थे कि बीजेपी और शिवसेना साथ चुनाव लड़े। उद्धव ठाकरे से विस्तृत चर्चा के बाद गठबंधन पर फैसला लिया गया। शिवसेना और अकाली दल ने हर मौकों पर बीजेपी का साथ दिया है। इसी टेबल पर आज मनमुटाव खत्म हो चुका है।'' उन्होंने कहा कि हम सूबे के 48 सीटों में से 45 सीटों पर चुनाव जीतेंगे।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन की स्थित भी साफ कर दी। उन्होंने कहा कि 'प्रदेश में हमारे जो मित्र हैं उनकी सीटें छोड़कर बीजेपी और शिवसेना आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।'
बता दे, 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना साथ चुनाव लड़ी थी और बीजेपी 23 और शिवसेना 18 सीट जीतने में कामयाब रही थी। शिवसेना ने 20 और बीजेपी ने 24 सीटों पर हाथ आजमाया था।दोनों दलों ने अक्टूबर 2014 में महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव अलग-अलग लड़ा और चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिए साथ आ गए। केंद्र और राज्य सरकार में भागीदार होने के बावजूद बीजेपी और शिवसेना के बीच तल्खी भरे संबंध रहे।
बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दोनों दलों के बीच बनी सहमति का खुलासा किया। फडणवीस ने कहा कि 'शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी का 25 साल से गठबंधन है। कुछ मुद्दों पर मतभेद हुआ होगा, पर सैद्धांतिक रूप से दोनों हिंदुत्ववादी हैं, इसलिए हम इतने सालों तक साथ रहे। विधानसभा चुनाव हम साथ नहीं लड़े लेकिन उसके बाद केंद्र और राज्य में हम साथ में सरकार चला रहे हैं।' फडणवीस ने कहा कि 'राष्ट्रीय विचार की पार्टियों को एक साथ आना चाहिए। ऐसी जनभावना है उसे हमने कायम रखा है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कई मुद्दों पर चर्चा हुई। किसानों का हित ध्यान में रखकर फैसला हुआ है।'
उन्होंने कहा कि 'अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए उद्धव जी ने मांग की है। हमारा भी यही उद्देश्य है। महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज किसान कर्जमाफी योजना के तहत कर्जमाफी दी गई। कुछ लोग तकनीकी कारणों की वजह से मदद से वंचित हैं, उस पर उद्धव जी ने ध्यान दिलाया है। हम उस पर उचित कार्यवाही करेंगे।' उन्होंने कहा कि 'नाणार प्रकल्प को लेकर शिवसेना की अपत्ति थी, हमने काम रोक रखा था। जहां के लोग परियोजना के लिए तैयार होंगे वहां ही परियोजना लागू की जाएगी।'
वही उद्धव ठाकरे ने कहा कि पुलवामा में जो हमला हुआ है। उसमें हमारे सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए। भारत सरकार और देश कमजोर नहीं हैं, यह दुनिया को पता चलना चाहिए, बस यही हमारी इच्छा है।