
भारत सरकार महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से समय-समय पर विभिन्न योजनाएं शुरू करती रही है। इन्हीं प्रयासों की कड़ी में वर्ष 2023 में लखपति दीदी योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के जरिए आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है।
लखपति दीदी योजना के अंतर्गत सरकार महिलाओं को बिजनेस शुरू करने की ट्रेनिंग, आवश्यक ऋण, और मार्गदर्शन भी देती है। हालांकि, इस योजना का लाभ पाने के लिए कुछ पात्रताएं भी निर्धारित की गई हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण पात्रता है – शैक्षिक योग्यता। आइए जानते हैं कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को कितनी पढ़ाई जरूरी है।
कितनी पढ़ाई जरूरी है लखपति दीदी योजना में लाभ लेने के लिए?जैसे अन्य सरकारी योजनाओं के लिए कुछ बुनियादी पात्रताएं होती हैं, वैसे ही लखपति दीदी योजना में भी पढ़ाई को लेकर न्यूनतम योग्यता तय की गई है। इस योजना के लिए आवेदन करने वाली महिला को कम से कम 8वीं कक्षा तक पढ़ा हुआ होना चाहिए।
हालांकि, यह भी स्पष्ट कर दें कि 8वीं कक्षा तक पढ़ाई कोई सख्त शर्त नहीं है। यानी अगर कोई महिला 8वीं तक पढ़ी नहीं है, तो भी वह योजना का हिस्सा बन सकती है। सरकार का उद्देश्य है कि योजना से जुड़ने वाली महिलाएं बुनियादी शिक्षा (बेसिक एजुकेशन) रखती हों – जैसे पढ़ना-लिखना आना और स्मार्टफोन चलाने में सक्षम होना। यह जरूरी इसलिए है ताकि प्रशिक्षण में सिखाई गई चीजों को वे बाद में अच्छे से लागू कर सकें।
लखपति दीदी योजना में आवेदन के लिए जरूरी पात्रताएंइस योजना का लाभ लेने के लिए सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि कुछ अन्य शर्तें भी जरूरी हैं, जिनमें शामिल हैं:
- आवेदिका की उम्र 18 से 50 साल के बीच होनी चाहिए। इससे कम या ज्यादा उम्र वाली महिलाएं योजना का लाभ नहीं उठा सकेंगी।
- महिला को कम से कम 6 महीने तक किसी स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ा होना चाहिए।
- योजना के अंतर्गत सरकार जो प्रशिक्षण देती है, उसमें भाग लेना अनिवार्य होगा।
लखपति दीदी योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है। यदि आप या आपके आसपास की महिलाएं इन पात्रताओं को पूरा करती हैं, तो इस योजना से जुड़कर आर्थिक स्वतंत्रता की ओर कदम बढ़ा सकती हैं।