झारखंड: लेट आने पर शिक्षक की सख्ती, 18 छात्राओं से कराई 100 उठक-बैठक, एक बच्ची अस्पताल पहुंची

झारखंड के सिमरिया अनुमंडल मुख्यालय से सटे गांव बानासाडी में स्थित सीएम एक्सीलेंस उच्च विद्यालय में सोमवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसमें एक शिक्षक ने देरी से पहुंची छात्राओं के साथ बेहद कठोर और अमानवीय व्यवहार किया। जानकारी के अनुसार, विद्यालय में मात्र दो मिनट की देरी से पहुंचीं 18 छात्राओं को शिक्षक ने दंड स्वरूप 100 बार उठक-बैठक करने का निर्देश दिया। इस सजा के कारण एक छात्रा की तबीयत अचानक बिगड़ गई और उसका इलाज जारी है। बताया गया कि सोमवार सुबह सिमरिया प्रखंड के बगरा मोड़ गांव से 18 छात्राएं विद्यालय के लिए निकली थीं। बगरा मोड़ से विद्यालय की दूरी लगभग 10 किलोमीटर है, जिसे छात्राएं बस से तय करती हैं। दुर्भाग्यवश वे विद्यालय में दो मिनट की देरी से पहुंचीं। बस इतनी सी बात पर शिक्षक ने सभी छात्राओं को 100 बार उठक-बैठक करने की सजा दे दी।

उठक-बैठक करते-करते बिगड़ी छात्रा की तबीयत

उठक-बैठक की सजा के दौरान एक छात्रा की तबीयत बिगड़ने लगी। उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी और वह रोने लगी। अन्य छात्राएं भी थक कर चूर हो गईं और किसी की भी 100 बार उठक-बैठक पूरी नहीं हो सकी। कुछ छात्राओं ने बताया कि उन्होंने 80 से 85 बार तक प्रयास किया, लेकिन इसके बाद उनके पैर कांपने लगे। एक छात्रा की तो स्थिति 60 से 65 बार उठक-बैठक के बाद ही खराब हो गई और उसे सांस लेने में काफी तकलीफ होने लगी।

शिक्षकों ने दी जानकारी, परिजन पहुंचे स्कूल

छात्रा की बिगड़ती हालत देख अन्य शिक्षकों को इसकी जानकारी दी गई, जिन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए छात्रा के परिजनों को सूचना दी। सूचना मिलते ही परिजन विद्यालय पहुंचे और बच्ची को तुरंत सिमरिया रेफरल अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे ऑक्सीजन और स्लाइन देकर इलाज शुरू किया। फिलहाल छात्रा की हालत में सुधार है, लेकिन इस घटना से परिजनों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है।

ग्रामीणों की नाराजगी, दोषी शिक्षक पर कार्रवाई की मांग


घटना के बाद नाराज अभिभावकों और ग्रामीणों ने दोषी शिक्षक को तुरंत निलंबित करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि इस प्रकार का व्यवहार बच्चों की सेहत और मानसिक स्थिति के लिए बेहद खतरनाक है और शिक्षक जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को इतनी निर्दयता नहीं दिखानी चाहिए।

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दी प्रतिक्रिया


इस मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश मिश्रा ने कहा, 'मामला हमारे संज्ञान में आया है और हमने तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। जो भी शिक्षक दोषी पाया जाएगा, उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार की घटना किसी भी परिस्थिति में सहन नहीं की जा सकती।'