
भारतीय वायुसेना कल यानी बुधवार को पाकिस्तान सीमा के पास बड़े स्तर पर हवाई युद्धाभ्यास करने जा रही है। इसके लिए भारत सरकार ने NOTAM (Notice to Air Missions) भी जारी कर दिया है। यह अभ्यास भारत-पाकिस्तान की दक्षिणी सीमा पर स्थित रेगिस्तानी और आसपास के इलाकों में होगा, जिसमें वायुसेना के राफेल, मिराज 2000 और सुखोई-30 जैसे कई अत्याधुनिक लड़ाकू विमान हिस्सा लेंगे। साथ ही, सीमा से सटे कई जिलों में मॉक ड्रिल भी की जा सकती है, जिसके मद्देनजर यह नोटिस पहले से जारी किया गया है।
क्या होता है NOTAM?NOTAM (Notice to Air Missions) एक महत्वपूर्ण अलर्ट सिस्टम होता है जिसे पायलटों और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स को जारी किया जाता है। इसका उद्देश्य अभ्यास या किसी भी विशेष स्थिति के दौरान संभावित खतरों की जानकारी देना होता है, ताकि उड़ान सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह नोटिस अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के मानकों के अनुसार तैयार किया जाता है और उड़ान योजना बनाने में एक अहम भूमिका निभाता है।
7 मई को देशभर के 295 जिलों में होगी मॉक ड्रिलभारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते, गृह मंत्रालय ने सोमवार को सभी राज्यों को निर्देश दिया था कि वे सिविल डिफेंस की मॉक ड्रिल कराएं। इसी सिलसिले में बुधवार को देश के 295 जिलों में एयर अटैक से बचाव की मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन स्थिति में सुरक्षा उपायों की जानकारी देना और उन्हें ट्रेन्ड करना है। इस अभ्यास में सायरन टेस्ट, ब्लैकआउट मैनेजमेंट जैसे अहम चरण शामिल होंगे। खास बात यह है कि 54 साल बाद इतने बड़े पैमाने पर यह मॉक ड्रिल हो रही है। पिछली बार 1971 में भारत-पाक युद्ध के समय ऐसा अभ्यास हुआ था।
बढ़ते तनाव के बीच भारत की तैयारीहाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। भारत द्वारा इस तरह के अभ्यास से पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई है। कल होने वाली मॉक ड्रिल में लोगों को सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में सही प्रतिक्रिया दे सकें।