अलवर : चिकित्सा विभाग की टीम ने घर-घर किया सर्वे और दी 48 हजार से अधिक मरीजों को दवा

कोरोना महामारी के इस दौर में संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में जिले में चिकित्सा विभाग की टीम सक्रिय हैं और घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा हैं जिसमें करीब 48 हजार से अधिक मरीजों को घर पर ही दवा दी गई। इनके अलावा 784 मरीजों को डॉक्टर के पास भेजा। जिससे डॉक्टर के परामर्श के आधार पर इलाज हो सके। जिसका यह फायदा हुआ कि सैकड़ों मरीजों को कोरोना के संक्रमण से होने वाले खतरे से बाहर निकाला जा सका। इनमें से काफी कोरोना पॉजिटिव भी आए हैं। समय पर इलाज नहीं लेते तो उनमें से बड़ी संख्या में मरीजों की तबीयत ज्यादा बिगड़ सकती थी। टीम के सदस्यों द्वारा सबको 14 दिन होम आइसोलेशन में रहने का सुझाव भी दिया गया था।

चिकित्सा विभाग की टीम ने 25 अप्रैल से अब तक चार राउंड सर्वे में कुल 27 लाख 91 हजार 748 घरों का सर्वे किया है। इस सर्वे के दौरान चिकित्सा विभाग की टीमों ने घर-घर जाकर यह पूछा कि किसी को खांसी, जुकाम या बुखार तो नहीं है। इस सर्वे से पता लगा कि 48 हजार 473 लोगों में खांसी, जुकाम व बुखार मिला। कुछ अन्य बीमारी से ग्रसित मिले। इनमें से भी 784 मरीज ऐसे चिह्नित किए गए जो अधिक बीमार थे। उनको तुरंत डॉक्टर के पास भेजा गया। ताकि उनका पूरा इलाज हो सके।

उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ छबील कुमार ने बताया कि जहां अधिक मरीज मिले वहां दुबारा भी सर्वे किया गया है। जिले में अब सामान्य बीमारी के मरीजों की संख्या भी कम हुई है। तभी कोरोना संक्रमण भी कुछ कम हुआ है। लेकिन, अब भी जिले के लोगों को पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है। असल में संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर सरकार व प्रशासन चिंतित भी हैं। जिससे लड़ने के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए जाने लगे हैं।