महाकुंभ छोड़कर नहीं जाएंगी हर्षा रिछारिया, अखाड़ा परिषद का समर्थन मिलने के बाद किया बड़ा ऐलान

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में चर्चा का केंद्र बनीं मॉडल और एंकर हर्षा रिछारिया ने हाल ही में यह स्पष्ट किया कि वह महाकुंभ छोड़कर नहीं जाएंगी, जैसा कि पहले दावा किया जा रहा था। हर्षा रिछारिया ने अखाड़ा परिषद का समर्थन मिलने के बाद इस मामले पर बड़ा बयान दिया।

हर्षा ने कहा, मैं महाकुंभ में पूरे समय रहूंगी। मेरा मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म की सेवा करना और इसके प्रचार-प्रसार के लिए काम करना है। उन्होंने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी से मुलाकात के बाद उनका आभार व्यक्त किया और कहा कि महंत रवींद्र पुरी ने उन्हें अपनी बेटी की तरह माना है।

हर्षा ने यह भी बताया कि वह इस महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन में अपनी भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

महंत रवींद्र पुरी को पिता तुल्य मानती हैं हर्षा

हर्षा रिछारिया ने अखाड़ा परिषद का समर्थन मिलने पर अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि भारत में बेटियों को जो सम्मान मिलता है, वही हमेशा मिलता रहे। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ संतों द्वारा कही गई बातें उन्हें दुखी और निराश कर गई थीं, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है।

हर्षा ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी को पिता तुल्य बताया और कहा कि उनके समर्थन और आशीर्वाद ने उन्हें अभिभूत कर दिया। महंत रवींद्र पुरी ने हाल ही में बयान दिया था कि हर्षा रिछारिया को शाही रथ पर फिर से बिठाया जाएगा और उन्हें अमृत स्नान कराया जाएगा। उन्होंने 29 जनवरी को होने वाले मौनी अमावस्या के दिन इस विशेष आयोजन का जिक्र किया था।

हर्षा को पहले शाही स्नान के दौरान शाही रथ पर बिठाने और स्नान में स्थान देने पर संतों और महंतों द्वारा आलोचना की गई थी। इसके बाद हर्षा का एक भावुक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह रोती हुई नजर आई थीं।